दिल्ली पुलिस इन दिनों राजधानी में अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों का पता लगाने के लिए कैंपेन चला रही है। इस कैंपेन के दौरान दिल्ली पुलिस को गुरुवार को उस समय बड़ी सफलता मिली, जब उसने ट्रांसजेंडर के भेष में संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम दे रहे एक शख्स को दबोच लिया। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पकड़े गए इस बांग्लादेशी नागरिक ने एक दशक पहले गलत तरीके से सीमा पार कर भारत में प्रवेश किया था और वो खुद के ट्रांसजेंडर होने का दिखावा करता था।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान एमे खान के रूप में हुए। उसे डिटेन करने के बाद डिपोर्ट कर दिया गया है। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि उन्हें वेस्ट दिल्ली के विकास पुरी इलाके में ट्रांसजेंडरों के एक ग्रुप की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली थी। इसके बाद टीम ने जाल बिछाया और एमे खान को पकड़ लिया।
दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि एमे खान पूछताछ के दौरान कोई भी वैलिड डॉक्यूमेंट नहीं दे पाया। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह बांग्लादेश की राजधानी ढाका के पास स्थित एक गांव का रहने वाला है। एमे खान ने बताया कि वह करीब दस साल पहले अवैध तरीके से भारत में घुसा था और किसी भी जांच से बचने के लिए खुद को ट्रांसजेंडर के रूप में प्रदर्शित करने लगा।
केरल में बांग्लादेशी महिला गिरफ्तार
गुरुवार को केरल के पेरुंबवूर में एक बांग्लादेशी महिला को भारत में अवैध रूप से रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि पेरुंबवूर में प्रवासी श्रमिकों के बीच रहने वाली एक बांग्लादेशी नागरिक के बारे में गुप्त सूचना मिलने के बाद पुलिस की एक टीम ने तलाश अभियान चलाया और महिला को हिरासत में ले लिया, जिसकी पहचान तस्लीमा के रूप में हुई है।
एक सीनियर पुलिस अधिकारी के मुताबिक, तस्लीमा पिछले कुछ समय से पेरुंबवूर में एक बिहारी श्रमिक के साथ रह रही थी और उसे बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया। एर्नाकुलम ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक (एसपी) वैभव सक्सेना ने कहा, “पुलिस मामले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है। गिरफ्तार बांग्लादेशी महिला से गहन पूछताछ की जा रही है।” (इनपुट – पीटीआई))