राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर गुरुवार को सुरक्षाकर्मियों ने एक फर्जी पायलट को धर दबोचा। वह पिछले दो साल से यहां पायलट बनकर आता रहा है, लेकिन किसी को उसके फर्जी होने की भनक नहीं लगी। इससे वह कभी पकड़ में नहीं आया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। उसके पास सिंगापुर एयरलाइंस की एक फर्जी आईडी भी मिली है। वह उसे गले में लटका कर रोजाना एयरपोर्ट पर आया करता था। आरोपी पायलट का एस सिंह है और वह द्वारका में रहता है।
कड़ी सुरक्षा के बीच भी किसी को उसके आने-जाने की भनक नहीं लगी
राजधानी के अति सुरक्षा वाले इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रोजाना हजारों लोग आते जाते हैं। तमाम वीवीआईपी और हाईप्रोफाइल अंतरराष्ट्रीय लोगों का आना जाना रहता है। रोजाना कई दर्जन अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस के विमान यहां से आवागमन करते हैं। ऐसे में फर्जी पायलट का इस तरह दो साल तक यहां पर आते रहने के बावजूद उसके नहीं पकड़ा जाना आश्चर्य की बात है।
सिंगापुर एयरलाइंस ने बताया कि वह उनका कर्मचारी या पायलट नहीं है
गुरुवार को एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 के बाहर पायलट के रूप में एक युवक को अपनी सेल्फी लेते हुए कंट्रोल रूम की सीसीटीवी में दिखने पर अधिकारियों को शक हुआ। इस पर सीआईएसएफ के अधिकारी उसके पास पहुंचे और पूछताछ की तो उसने अपने को सिंगापुर एयरलाइंस का पायलट बताया। इस बारे में सिंगापुर एयरलाइंस से जानकारी ली गई तो वह फर्जी निकला। इस पर पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि छह साल पहले उसने मुंबई से पायलट का कोर्स किया था, लेकिन वह नौकरी नहीं पा सका। घर वालों से उसने झूठ बोला था। वे जानते थे कि बेटा सिंगापुर एयरलाइंस में पायलट है। इस वजह से वह अक्सर कई-कई दिन यहां आकर सेल्फी लेकर घर वालों को भेज देता था।
पुलिस इस मामले में जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस यह पता करने की कोशिश कर रही है कि उसने यह आई कार्ड कहां से पाया और वह टाइट सिक्योरिटी के बावजूद कैसे यहां तक एंट्री पा गया। पुलिस उसके बयानों की भी क्रास चेकिंग करवा रही है।