पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला करने की मांग की है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने पत्र में लिखा है कि पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला कर दिया जाए। उन्होंने पीएम से आग्रह किया है कि संसद के इसी सत्र में इस पर प्रस्ताव लाकर यह संसोधन किया जाए और नाम में बदलाव कर दिया जाए।
बता दें कि इससे पहले पश्चिम बंगाल विधानसभा ने राज्य का नाम बदल कर बांग्ला, अंग्रेजी व हिंदी में ‘बांग्ला’ रखने का प्रस्ताव पारित किया था। इससे पहले भी ममता सरकार ने पश्चिम बंगाल का नाम बदलने की मांग की थी। साल 2011 में ममता सरकार ने राज्य का नाम बदल कर पश्चिम बंगो रखने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन केंद्र की तरफ से यह प्रस्ताव खारिज कर दिया गया था।
केंद्र का झटका: केंद्र सरकार ने ममता की इस अपील को ठुकरा दिया है। केंद्र ने इस प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया है। यह पहली बार नहीं है जब यह अपील ठुकराई गई है इससे पहले 29 अगस्त, 2016 को सदन में आम राय से पारित एक विधेयक में तीन भाषाओं में तीन नाम रखने का फैसला किया था। बांग्ला में बांग्ला, अंग्रेजी में बेंगाल व हिंदी में बंगाल रखा जाना था। लेकिन केंद्र सरकार ने इस पर आपत्ति जताते हुए यह मांग खारिज कर दी थी।
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee has written to PM Narendra Modi regarding change of name of West Bengal to ‘Bangla’.CM requested to get the amendment done in the ongoing session of Parliament (file pic) pic.twitter.com/1Yo0Kjthsv
— ANI (@ANI) July 3, 2019
क्या होती है प्रक्रिया: गौरतलब है कि भारतीय संविधान में अनुच्छेद 3 के अंतर्गत राज्यों की सीमा, नाम और क्षेत्र में परिवर्तन के लिए संसद की एक खास प्रक्रिया होती है। का पालन करना होता है। अगर राज्य का नाम या सीमा बदलनी होती है तो उस राज्य का विधानमंडल इस विषय में एक प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजता है।इस प्रस्ताव पर राष्ट्रपति का अनुमोदन प्राप्त करना अनिवार्य होता है।

