पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के नोटबंदी वाले फैसले की खिलाफत के लिए अन्‍य राजनैतिक दलों से समर्थन मांगा है। एक दिन पहले ही ममता ने कहा था कि वह 500, 1000 रुपए के नोटों को बंद करने के खिलाफ प्रतिद्वंदी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी आॅफ इंडिया-मार्क्‍सवादी के साथ आने को भी तैयार हैं। उन्‍होंने लेफ्ट पार्टियों के महासचिव सीताराम येचुरी का आह्वान कर कहा कि ‘भारतीय जनता पार्टी और इसके जन-विरोधी नीतियों’ के खिलाफ मिलकर लड़ाई की जाए। बनर्जी ने बाद में कहा कि उन्‍होंने अन्‍य पार्टियों के नेताओं से भी बात की थी। उन्‍होंने कहा, ”आइए मिलकर इससे लड़ें ताकि आम जनता, गरीबों को राहत मिले, यह वित्‍तीय अराजकता रुके।” हालांकि एक वरिष्‍ठ सीपीआई-एम नेता ने बनर्जी पर पलटवार करते हुए कहा कि वह ‘अपनी ही पार्टी के नेताओं को बचाना चाहती हैं, जो कथित तौर पर भ्रष्‍टाचार में लिप्‍त हैं।’ इससे पहले, रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र पर उनके बयान को लेकर निशाना साधा। केजरीवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने ऐसा बयान देकर अपने वैध पैसों के लिए बैंकों के बाहर लाइन में खड़े लोगों का अपमान किया है।

दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को गोवा में कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था, ”जिन लोगों ने 2जी स्कैम, कोयला घोटाला किया उन्हें अब 4000 रुपए बदलने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ता है।” केजरीवाल ने अपने टि्वटर अकाउंट पर मोदी के उस बयान की वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘लाइनों में खड़े लोगों के लिए यह बड़ा अपमान है।’

दूसरी तरफ, कांग्रेस की तरफ से भी पीएम मोदी के इस बयान की आलोचना की गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पीएम मोदी का यह बयान ‘असंवेदनशील’ है। उन्होंने एएनआई से बात करते हुए कहा, ‘जो लाखों लोग और सरकारी कर्मचारी बैंकों के बाहर लाइन में खड़े हैं वे घोटालेबाज हैं?’ इनके साथ ही प्रशांत भूषण ने कहा, ‘भ्रष्ट साथी जैसी अंबानी और अडानी को छोड़ दिया गया है। जो छोटे लोग अपने पैसे बदलवाने के लिए बैंकों के बाहर खड़े हैं, पीएम मोदी उनका मजाक उड़ा रहे हैं।’

जापान में क्‍या बोले पीएम नरेंद्र माेदी, देखें वीडियो: