मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीबीआई की ओर से परिवहन मंत्री मदन मित्र की गिरफ्तारी को भाजपा का षडयंत्र बताते हुए कहा कि उनकी गिरफ्तारी अवैध और संविधान विरोधी है। इसके खिलाफ तृणमूल कांग्रेस शनिवार को सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बदला नहीं बदलाव का नारा लेकर हम लोग सत्ता में आए थे। ऐसा नहीं होता तो माकपा के सभी छोटे-बड़े नेता जेल में होते, क्योंकि सभी पर भ्रष्टाचार से लेकर तमाम आरोप हैं। लेकिन हमने किसी को गिरफ्तार नहीं किया। कोई केंद्रीय संस्था किसी जनप्रतिनिधि को वैसे ही गिरफ्तार नहीं कर सकती। इस बारे में न तो राज्य सरकार को सूचित किया गया और न ही विधानसभा के स्पीकर को जानकारी दी गई।

भाजपा की सरकार को कायर सरकार बताते हुए उन्होंने कहा कि शुक्रवार को इसलिए गिरफ्तारी की गई, क्योंकि शनिवार और रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण अदालत में नहीं जा सके। केंद्र के तानाशाही रवैए के खिलाफ किसी भी हद तक जाने का एलान करते हुए उन्होंने कहा कि हमें सीबीआइ का डर दिखा कर खामोश नहीं किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार संविधान नहीं आरएसएस की ओर से चलाई जा रही है। कुछ लोग धमकियां देते हैं कि हमारी बात नहीं मानी तो सीबीआई से गिरफ्तार कर लेंगे। लेकिन हम ऐसा नहीं चलने देंगे। हमारी आवाज को दबाया नहीं जा सकता। देश के सभी भाजपा विरोधी राजनीतिक दलों से मुख्यमंत्री ने अपील करते हुए कहा कि आप कहीं भी भाजपा के खिलाफ आंदोलन करें, हम आपके साथ रहेंगे। संविधान और लोकतंत्र विरोधी सरकार ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है।

भाजपा को चेताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी 400 सीटें जीत कर सत्ता में आए थे, लेकिन बोफर्स के कारण ज्यादा दिन सत्ता में नहीं रह सके, आप लोग तो महज 31 फीसदी वोट लेकर आए हैं। इसलिए ज्यादा मुगालते में नहीं रहें कि हमेशा सत्ता पर कब्जा करके बैठे रहेंगे।

राज्य के मंत्री की गिरफ्तारी को भाजपा-सीबीआइ की राजनीतिक सांठगांठ बताते हुए उन्होंने कहा कि सीबीआई दफ्तर जाने से पहले मित्र उन्हें इस्तीफा देकर गए हैं लेकिन उनका इस्तीफा मंजूर नहीं करूंगी और किसी नए व्यक्ति को उनके पद नहीं नहीं बैठाया जाएगा।