Congress: कांग्रेस अध्यक्ष बनने के दस महीने बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) का गठन कर दिया है, जिसमें पिछले साल पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाले शशि थरूर, राजस्थान के अहम नेता सचिन पायलट गौर,व गोगोई, अशोक चव्हाण और चरणजीत सिंह चन्नी को शामिल किया गया है।
चूंकि लोकसभा चुनाव में एक साल से भी कम समय बचा है, खड़गे की यह कवायद एक चतुराई भरी और पार्टी के बीच संतुलन बनाने वाली मानी जा रही है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने CWC में गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जगदीश ठाकोर, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के पूर्व प्रमुख गुलाम अहमद मीर, गुजरात के नेता दीपक बाबरिया, बंगाल की नेता दीपा दासमुंशी, आंध्र प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रमुख एन रघुवीरा रेड्डी, छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, सैयद नासिर हुसैन, मध्य प्रदेश के युवा विधायक कमलेश्वर पटेल और राजस्थान के मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय सहित 39 नेताओं को CWC में जगह दी है।
मल्लिकार्जुन खड़गे के इस नए मूव में क्या है खास?
शशि थरूर और सचिन पायलट का CWC में शामिल किया जाना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। शशि थरूर को शामिल करके खड़गे ने संकेत भेजा है कि उन्होंने चुनावी लड़ाई को पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र की भावना से लिया है। जबकि सचिन पायलट को शामिल किए जाने के पीछे खड़गे दो संदेश भेजना चाहते हैं। पहला यह कि मुख्यमंत्री पद की उनकी महत्वाकांक्षाओं और राजस्थान की राजनीति में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को नकारने के बावजूद पार्टी पायलट को महत्व देती है। दूसरा इससे नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी दबाव कम हो जाएगा।
कई राज्यों को साधने का प्रयास
मल्लिकार्जुन खड़गे ने CWC में अलग-अलग राज्यों के नेताओं को शामिल कर कई राज्यों के समीकरणों को संतुलित करने की कोशिश की है। उदाहरण के लिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह को स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया है। वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सुखविंदर सिंह सुक्खू से पीछे रह गई थीं।
CWC सदस्य के रूप में छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को शामिल किया जाना महत्वपूर्ण है क्योंकि इस साल के अंत में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं। वह भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव 2018 में सीएम पद की दौड़ में थे। पार्टी ने उन्हें खुश करने के लिए हाल ही में देव को डिप्टी सीएम नियुक्त किया था। इस ही तरह और बंगाल और राजस्थान से नेताओं को CWC में शामिल करके भी खड़गे ने ऐसा ही संदेश देने का प्रयास किया है।