मालेगांव ब्लास्ट केस की पूर्व पब्लिक प्रॉसिक्यूटर रोहिणी सालियान ने भाजपा की भोपाल संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा पर तीखा हमला बोला है। पूर्व पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने कहा है कि उन्होंने साध्वी के श्राप से आज तक किसी को मरते नहीं देखा। हाल ही में साध्वी प्रज्ञा ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि करकरे की मौत इसलिए हुई थी क्योंकि मैंने उन्हें श्राप दिया था।

एक सभा को संबोधित करते हुए साध्वी ने कहा था ‘हेमंत करकरे देशविरोधी थे। वह धर्म विरुद्ध थे। तुम्हें यकीन नहीं होगा लेकिन मैं कहना चाहूंगी की मैंने उन्हें श्राप दिया था और इसके कुछ समय बाद वह आतंकवादियों के हाथों मारे गए थे।’ हालांकि बाद में उन्होंने अपने इस बयान को वापस लेते हुए माफी मांग ली थी। बता दें कि प्रज्ञा साल 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए आतंकी धमाकों में आरोपी हैं। प्रज्ञा ने कहा है कि जब वह जेल में थी तो करकरे ने उन्हें बहुत प्रताड़ित किया था।

पूर्व पब्लिक प्रॉसिक्यूटर रोहिणी सालियान ने कहा कि कोर्ट के समक्ष ऐसा कोई सबूत नहीं आया जिसमें यह कहा जाए की साध्वी प्रज्ञा को प्रताड़ित किया जाता था। मैंने कभी नहीं देखा की साध्वी के श्राप से किसी की मौत हो गई हो। मेरे विचार में वह चुनाव लड़ रही हैं इसलिए इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना बयान दे रही हैं ताकि पब्लिसिटी हासिल की जा सके।

उन्होंने आगे कहा ‘प्रज्ञा ठाकुर के केस में ट्रायल कोर्ट में सुनवाई के दौरान साध्वी के खिलाफ प्रताड़ना, मारपीट के कोई सबूत नहीं थे। जिसके बाद उन्होंने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जिसमें उन्होंने सभी रिकॉर्ड जिसमें मेडिकल रिपोर्ट्स भी शामिल थी। लेकिन कोर्ट ने उनकी अपील को रद्द कर दिया था।’

भाजपा के इस आरोप पर कि प्रज्ञा ठाकुर को यूपीए सरकार के दौरान जबरन प्रताड़ना झेलनी पड़ी इसपर रोहिणी सालियान ने कहा ‘इसके सबूत हैं कि केस से जुड़े दो आरोपी आखिरी बार प्रज्ञा ठाकुर के साथ भोपाल में दिखे थे। यही नहीं उनका स्कूटर भी उसी कम्पाउंड में मिला था जहां वह ठहरे थे। जब 20015 में एनआईए को इस केस की जांच सौंप दी गई थी तो मैं इस केस से अलग हो गई थी। लेकिन जबतक मैं इस केस में शामिल थी तबतक मैंने हर हालातों में इसपर काम किया। आज मैं ये सब सिर्फ इसलिए बोल रही हूं ताकि हेमंत करकरे को बदनाम न किया जाए।’