प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन जुलाई को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक की थी। इसके बाद मंत्रिपरिषद में संभावित फेरबदल की अटकलें शुरू हो गईं। बैठक प्रगति मैदान में हाल ही में बनाये गये कन्वेंशन सेंटर में होने की संभावना है।

यहीं पर सितंबर में जी20 शिखर बैठक का आयोजन किया जाएगा। बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक में नड्डा की मौजूदगी से सरकार एवं भाजपा संगठन में बदलाव की अटकलें शुरू हुईं। इसमें साल के अंत में होने वाले अहम विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी संगठन में बदलाव की संभावना को लेकर चर्चा होने के भी कयास लगाये जा रहे हैं।

पीएम ने अमित शाह, जेपी नड्डा समेत कई नेताओं से की चर्चा

पिछले कुछ दिनों में अमित शाह, नड्डा और भाजपा महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने संगठन और राजनीतिक मुद्दों पर कई दौर की चर्चा की है। इस वर्ष के अंत में राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, मिजोरम में चुनाव होने हैं। मंत्रिपरिषद की बैठक संसद के मानसून सत्र से कुछ दिनों पहले हो रही है।

मानसून सत्र जुलाई के तीसरे सप्ताह से शुरू होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि चुनावों में जातिगत, क्षेत्रीय और सामाजिक समीकरणों को साधने के उद्देश्य से जल्द ही कैबिनेट में बड़ा फेरबदल किया जा सकता है।

चर्चा है कि मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार सुरेश गोपी को केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है। वह 2019 में चुनाव भी लड़ चुके हैं, हालांकि वह जीत नहीं पाये थे। उनके अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में टिकट मिलने की संभावना है। इससे पहले बुधवार को पीएम आवास पर पांच घंटे तक चली बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हालांकि आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है।