पाकिस्तान की तरफ से किए गए सीज फायर उल्लंघन में शहीद हुए मेजर मोहारकार प्रफुल्ल अंबादास की अंतिम विदाई ने परिजनों समेत देशवासियों की आंखें नम कर दीं। शहीद की पत्नी अबोली शनिवार को शादी की दूसरी सालगिरह मनाने का इंतजार कर रही थीं तभी पति की मौत की खबर आ गई। आंखों में आंसुओं को काबू करके पत्नी ने शहीद मेजर को अंतिम विदाई दी।

शनिवार को मेजर मोहारकर समेत 4 जवान पाकिस्तान की तरफ से अंजाम दिए गए सीज फायर में शहीद हो गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तानी सैनिकों की एक टुकड़ी सीमा पार कर केरी सेक्टर में करीब 400 मीटर भीतर भारतीय इलाके में घुस आई थी। टुकड़ी में पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम के सदस्यों और आतंकवादियों के शामिल होनी बात कही जा रही है, जिन्होंने घात लगाकर गश्ती पर निकले भारतीय जवानों पर कायराना हमला कर दिया।

हमले के बाद मेजर मोहारकर, लांस नाइक गुरमेल सिंह और सिपाही परगट सिंह को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। 32 वर्षीय मेजर मोहारकर महाराष्ट्र के भंडारा जिले के रहने वाले थे।

पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। सोमवार को 10 भारतीय जवानों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में सीमा पार कर 3 पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर कर दिया।

पाकिस्तान की तरफ से इस हरकत को ऐसे समय अंजाम दिया गया जब पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव की मुलाकात उनकी मां और पत्नी से शीशे की दीवार के दरमियान हुई। भारतीय सेना के जवाबी हमले के बाद पाकिस्तान में कुलभूषण को फांसी देने की मांग भी जोर पकड़ने लगी है। पाकिस्तानी सेना की अदालत कुलभूषण को पहले ही फांसी की सजा सुना चुकी है।