उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में बड़ी चूक देखने को मिली। बता दें कि बस्ती जिले में एक कार्यक्रम में सीएम योगी के पहुंचने से थोड़ी देर पहले ही एक आदमी सभागार में लाइसेंसी रिवॉल्वर लेकर घुस गया। इतने में वहां मौजूद सीओ ने उस शख्स को देखा और उसे सभागार से बाहर कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि, आरोपी शख्स की पहचान कर ली गई है।
चार हुए सस्पेंड: सुरक्षा में हुई इस चूक को लेकर प्रशासन में हड़कंप मचा गया। इस तरह की लापरवाही को लेकर बस्ती पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने जिले के चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने अन्य तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है।
बता दें कि योगी आदित्यनाथ इस सप्ताह की शुरुआत में बस्ती जिले के अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। इसके लिए स्थानीय पुलिस स्टेशनों के अलावा अन्य जिलों के पुलिसकर्मियों को भी सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात किया गया था।
तभी कार्यक्रम स्थल पर जिले के गौर ब्लॉक प्रमुख के पति/ प्रतिनिधि जटाशंकर शुक्ल पहुंचे। उनके साथ में उनका रिश्तेदार जितेन्द्र पाण्डेय भी लाइसेंसी रिवाल्वर लेकर सभागार के अंदर पहुंच गया। पुलिसकर्मियों ने उसे देखते ही बाहर निकाल दिया।
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि, बस्ती में सीएम योगी का कार्यक्रम था। उनके पहुंचने से लगभग 45 मिनट पहले लाइसेंसी रिवॉल्वर के साथ एक शख्स ऑडिटोरियम में चला आया। सुरक्षा में हुई इस चूक में सात पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है। जिसमें चार पुलिसकर्मी बस्ती, दो सिद्धार्थ नगर और एक संत कबीर नगर में कार्यरत है।
इन पर गिरी गाज: सुरक्षा में लापरवाही के चलते जिन अधिकारियों पर गाज गिरी है, उनमें एसआई विंध्याचल, मुख्य आरक्षी शिवधनी, एसआई हरि राय, राम प्रकाश शामिल है। वहीं एसआई रमाशंकर मिश्रा, आरक्षी वरुण यादव, अवधेश कुमार के निलंबन के लिए एसपी ने उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा है।