गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई हिंसा और लालकिले पर धार्मिक झंडा फहराने के मामले में मुख्य आरोपी दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू समेत चार लोगों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम रखा था। ये सभी लालकिले के अंदर उपद्रव करने, धार्मिक झंडा फहराने और लोगों को उकसाने के आरोपी थे। वह कई दिनों से फरार चल रहा था। लक्खा सिधाना और जुगराज अब भी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। दिल्ली पुलिस ने वॉट्सऐप और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कई लोगों की तस्वीरें जारी की हैं और उनकी पहचान की जा रही है।

पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) संजीव कुमार यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने यह गिरफ्तारी की। पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के मामले में अभिनेता दीप सिद्धू तथा तीन अन्य की गिरफ्तारी में मददगार हो सकने वाली जानकारी देने पर एक लाख रुपए के नकद पुरस्कार की घोषणा भी की थी। हरियाणा की करनाल रोड से उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक वहां वह किसी की इंतजार कर रहा था।

दीप सिद्धू की गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष लगातार सवाल कर रहा था। उसके फेसबुक आकाउंट से लगातार वीडियो भी अपलोड किए जा रहे थे। दिल्ली पुलिस ने बताया कि वह अपनी गर्लफ्रेंड से वीडियो पोस्ट करवाता था जो कि कैलिफोर्निया में रहती है। बता दें कि किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में जमकर प्रदर्श हुआ था और इसमें 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए थे। वहीं एक किसान की जान भी चली गई थी। अब आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है।

लालकिले पर धार्मिक झंडा फहराने और हिंसा के लिए लोगों को उकसाने के लिए दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू के खिलाफ देशद्रोह और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज किया था।

ऐक्टर से ऐक्टिविस्ट बने दीप सिद्धू को पकड़ने के लिए पंजाब और दिल्ली में कई जगहों पर रेड डाली गई। 26 जनवरी की घटना के मामले पुलिस ने 44 एफआईआर दर्ज की हैं और अब तक 127 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। 36 साल के दीप सिद्धू ने अपने बचाव में कहा था कि उसने तिरंगे को हटाया नहीं था।दीप सिद्धू के भाई मनदीप सिंह को भी एनआईए ने पूछताछ के लिए समन भेजा था।