भारत की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग अटल टनल का शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया। सीमा पर सड़कों का निर्माण करने वाली संस्था बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) द्वारा बनाई गई 9 किलोमीटर के करीब लंबी यह सुरंग हिमाचल के मनाली को लाहौल स्पीति घाटी से जोड़ेगी। इसका असर यह होगा कि भारी बर्फबारी के बीच भी करीब 6 महीने बंद रहने वाला यह रास्ता पूरे साल भर खुला रहेगा। यह टनल भारत के लिए कूटनीतिक तौर पर भी अहम भूमिका निभाएगी और मनाली और लेह के बीच का रास्ता 5 से 6 घंटे छोटा हो जाएगा। इस सुरंग के इतने फायदों को देखते हुए जहां पूरे देश में BRO की तारीफ हो रही है, वहीं महिंद्र ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भी संस्था को भारत रत्न देने की मांग की है।
आनंद महिंद्रा ने शनिवार को टनल के उद्घाटन के बाद अपने ट्वीट में लिखा, “पता नहीं कि भारत रत्न संस्थाओं को दिए जा सकते हैं या नहीं, लेकिन BRO के शांत और मेहनत भरी बहादुरी जरूर भारत रत्न की हकदार है। BRO का फुलफॉर्म भारत रत्न ऑर्गनाइजेशन होना चाहिए।”
Not sure if Bharat Ratnas can be awarded to organisations but the quiet, hardworking heroism of the BRO(Border Roads Organisation) deserves one. It’s acronym should stand for Bharat Ratna Organisation. pic.twitter.com/NFQRbjTqL6
— anand mahindra (@anandmahindra) October 3, 2020
आनंद महिंद्रा के इस ट्वीट पर यूजर्स ने भी BRO की तारीफ शुरू कर दी। प्रतीक शौरी नाम के एक यूजर ने पीएम मोदी, राजनाथ सिंह और राष्ट्रपति भवन को टैग कर लिखा, “हम भारतवासी भी महिंद्रा जी की बात से सहमत हैं। हम BRO और जिन लोगों ने सुरंग निर्माण में अहम भूमिका निभाई है, उनके काम के सम्मान में कुछ कर सकते हैं।” एक अन्य यूजर अकबर अली मेजर ने कहा, “हमारे पास नवरत्न संस्थान हैं। इसके सदस्यों को हर साल समीक्षा के साथ अंदर-बाहर करते रहना चाहिए।”
सीमाओं पर लगातार इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण में जुटी है BRO: बता दें कि भारत और चीन के बीच पिछले लद्दाख स्थित एलएसी पर पिछले करीब 6 महीने से तनाव जारी है। दोनों ही देश लगातार एक-दूसरे से टकराव की स्थिति में हैं। माना जा रहा है कि सर्दी के मौसम में भी दोनों सेनाएं पीछे हटने जैसे कदम नहीं उठाएंगी। इस बीच भारत की ओर सैनिकों तक सप्लाई पहुंचाने में कोई समस्या न आए, इसके लिए बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) दिन-रात लद्दाख में सड़कें और पुल बनाने में जुटी है। मौजूदा समय में यह संस्था लद्दाख में सेना के लिए अहम दार्बुक-श्योक-दौलत बेग ओल्दी रोड (DSDBO) के काम को पूरा करने में जुटी है। भारत के इस प्रोजेक्ट को लेकर चीन में चिंता की लकीरें हैं, क्योंकि इससे भारत को कूटनीतिक बढ़त मिलेगी।