अंग्रेजों की गुलामी से भारत को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण निभाने वाले महात्मा गांधी की मूर्ति तोड़ी गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से एक दिन पहले कुछ अज्ञात लोगों ने मूर्ति तोड़ दी। घटना विशाखापटनम के मधुरावाड़ा की है। गांधी जी की टूटी मूर्ति की तस्वीरें भी सामने आई हैं। मूर्ति के दाएं हाथ को क्षत-विक्षत किया गया है। पैर भी तोड़ दिया है। खास बात यह है कि जहां गांधी जी की मूर्ति रखी गई थी वहां मौजूद अन्य मूर्तियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। अराजक तत्वों ने सिर्फ एक ही मूर्ति को नुकसान पहुंचाया। जबकि वहां पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, संविधान निर्माता डॉक्टर भीम राव आंबेडकर के अलावा सुभाष चंद्र जैसे महापुरुषों की मूर्तियां भी थीं।

बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब गांधी जी की मूर्ति तोड़ी गई हो। इससे पहले 27 सितंबर को भी कोच्ची में एक शख्स ने मूर्ति तोड़ दी थी। हालांकि इस मामले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया था। शुरुआती जांच में सामने आया कि पकड़ा आरोपी बिहार का निवासी था, जिसकी पहचान दीप के रूप में हुई। बताया गया कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।

पुलिस ने बताया कि घटना से जुड़ा सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद आरोपी को हिरासत में ले लिया गया। फुटेज में दीप को महात्मा गांधी की मूर्ति गिराने की कोशिश करते हुए देखा। जब वह अपनी इस कोशिश में नाकाम हो गया तो मूर्ति तोड़ डाली। मूर्ति का सिर तोड़ दिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर, मामले में कार्रवाई की जाएगी।