महाराष्ट्र की सियासत में एक बड़ा निर्णय आ गया है। शिवसेना को उसका नया नेता मिल गया है। ये कोई और नहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं। स्पीकार राहुल नार्वेकर के एक फैसले ने उद्धव ठाकरे की सियासत को सबसे बड़ी चोट दी है तो वहीं दूसरी तरप शिंदे को अपने सियासी करियर की सबसे बड़ी जीत मिली है। स्पीकर ने मान लिया है कि शिंदे गुट ही असल शिवसेना है। शिंदे की सीएम कुर्सी पर बने रहने की बात भी कर दी गई है।

अब ये जो फैसला आया है, इस पर दोनों शिंदे और उद्धव गुट की तरफ से अलग-अलग तरह की बयानबाजी की जा रही है। सीएम एकनाथ शिंदे ने तो इस फैसले के बाद भी स्पीकर पर ही सवाल उठा दिया। उनका कहना रहा कि शायद स्पीकर किसी तरह के दबाव में थे। शिंदे ने बोला कि उद्धव ठाकरे तो पार्टी को बेचने का काम कर रहे थे। लोकतंत्र में बहुमत ही सबकुछ होता है, उसके बहुत मायने है। लेकिन लगता है कि स्पीकर दबाव में थे, इसी वजह से उन्होंने उद्धव गुट के विधायकों को अयोग्य घोषित नहीं किया। उद्धव गुट इसी काम के लिए उन पर आरोप के जरिए दबाव बनाने का काम कर रहा था।

अब एकनाथ शिंदे तो प्रतिक्रिया दी ही, उद्धव ठाकरे ने भी स्पीकर को ही निशाने पर लिया। उनकी तरफ से कहा गया कि हम जनता के बीच रहे हैं, जनता के बीच रहेंगे और जनता को साथ लेकर हम लड़ेंगे। आज जो स्पीकर का आदेश आया है वह लोकतंत्र की हत्या है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी अपमान है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा था कि राज्यपाल ने अपने पद का दुरुपयोग किया है और गलत फैसला लिया है…हम ये लड़ाई आगे लड़ेंगे और हमें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है। इस फैसले पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार का भी रिएक्शन आया और उन्होंने उद्धव ठाकरे को सुप्रीम कोर्ट जाने की नसीहत दी।

उनकी तरफ से कहा गया कि इस फैसले के बाद अब उद्धव को सुप्रीम कोर्ट जाना होगा…उन्हें सुप्रीम कोर्ट में न्याय मिलने की उम्मीद है। दूसरी तरफ एनसीपी-शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने और ज्यादा तल्ख अंदाज में कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष द्वारा लिया गया निर्णय असंवैधानिक था…महाराष्ट्र की जानता को समझ आ चुका है कि वे पार्टियां और उनके नेताओं को खत्म करना चाहते हैं तो ये महाराष्ट्र की जनता सहन नहीं करेगी। उद्धव गुट के संजय राउत ने भी इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की।

उन्होंने बोला कि आज का फैसला कोई न्याय नहीं है ये एक षड्यंत्र है, हम सुप्रीम कोर्ट जरूर जाएंगे। हमारी लड़ाई न्यायालय में जारी रहेगी। जो लोग आज ताली पीट रहे हैं, जश्न मना रहे हैं, वो सभी महाराष्ट्र की जनता के गद्दार हैं। स्पीकर ने भी जनता को धोखा देने का काम किया है। उनके पास इतिहास रचने का मौका था, वे गलत को सही कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।