Maharashtra: महाराष्ट्र की नई उद्धव ठाकरे सरकार ने शनिवार (30 नवंबर) को विधानसभा में बहुमत परीक्षण पास कर लिया। सरकार के समर्थन में 288 सदस्यों वाली विधान सभा में कुल 169 वोट पड़े जबकि विपक्ष में चार वोट पड़े। चार वोट तटस्थ रहे। तटस्थ रहने वालों में उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (एमएनएस) के एक विधायक, हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के दो विधायक और सीपीआई के एक विधायक शामिल रहे।
बीजेपी ने वोटिंग से पहले सदन से वॉकआउट कर दिया था। दो दिन पहले ही शपथ समारोह में पहुंचकर राज ठाकरे ने सबको चौंका दिया था। यह पहला मौका था जब पारिवारिक आयोजनों को छोड़ दें तो सार्वजनिक कार्यक्रम में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे बाल ठाकरे की मौत के बाद एक मंच पर थे।
बीजेपी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव सरकार पर असंवैधानिक कार्य करने का आरोप लगाया और कहा कि बहुमत परीक्षण से पहले प्रोटेम स्पीकर को क्यों बदला गया? इसके अलावा बीजेपी ने पूछा कि विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले राष्ट्रीय गीत क्यों नहीं बजाया गया? फडणवीस ने कहा कि सरकार को फ्लोर टेस्ट के लिए 1 बजे का वक्त दिया गया था जबकि, फ्लोर टेस्ट 2 बजे होना था। ऐसे में सभी विधायक वक्त पर नहीं पहुंच सके। ऐसा क्यों?
बीजेपी ने शुक्रवार को उद्धव ठाकरे सरकार के शपथ ग्रहण को भी असंवैधानिक करार दिया है। बीजेपी नेता ने इसके खिलाफ कोर्ट जाने की भी बात कही है। सदन में जब फडणवीस ने प्रोटेम स्पीकर की बहाली को अवैध करार दिया तो प्रोटेम स्पीकर ने सदन को पढ़ कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बारे में बताया और कहा कि वो जो कुछ कर रहे हैं, गवर्नर के निर्देश पर कर रहे हैं। इस जवाब से बीजेपी संतुष्ट नहीं हुई और बहुमत परीक्षण का बहिष्कार करते हुए सदन से वॉक आउट कर गई।