महाराष्ट्र की देवेंद्र फड़नवीस सरकार ने शिवसेना यूबीटी के चीफ उद्धव ठाकरे को बालासाहेब ठाकरे मेमोरियल कमेटी का चेयरमैन नियुक्त किया है। महाराष्ट्र सरकार ने इसको लेकर एक गवर्नमेंट रिजॉल्यूशन भी जारी किया है।

महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे और शिवसेना यूबीटी के एक अन्य नेता सुभाष देसाई को कमेटी का मेंबर बनाया गया है। इसके अलावा बीजेपी विधायक पराग अलवानी और शिवसेना ने शिशिर शिंदे को मेमोरियल कमेटी का मेंबर बनाया गया है।

महाराष्ट्र सरकार का यह फैसला क्यों अहम है?

साल 2019 के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में कई घटनाक्रम देखने को मिले हैं। ठाकरे परिवार लंबे समय तक बीजेपी के साथ रहा है लेकिन इस समय वह इंडिया गठबंधन का हिस्सा है। 

बालासाहेब ठाकरे मेमोरियल कमेटी में शिवसेना यूबीटी के नेताओं के साथ-साथ बीजेपी और शिंदे गुट से जुड़े नेता भी शामिल हैं, इसलिए माना जा रहा है कि यह कदम दोनों पक्षों के बीच किसी तरह के सहयोगात्मक राजनीतिक संदेश की ओर इशारा कर सकता है।

बालासाहेब ठाकरे का नाम महाराष्ट्र की राजनीति में आज भी बेहद प्रभावशाली है, इसलिए फड़नवीस सरकार का यह आदेश आने वाले चुनावों – चाहे बीएमसी हों या विधानसभा – में राजनीतिक संदेश और रणनीति के रूप में भी देखी जा रहा है।

यह भी पढ़ें: ‘बालासाहेब ठाकरे ने इंदिरा गांधी की इमरजेंसी का खुलकर किया था समर्थन…’, संजय राउत ने बीजेपी पर साधा निशाना