गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान एनसीपी चीफ शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) चीफ उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है। महाराष्ट्र की राजनीति पर बात करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि अगर शरद पवार ने अजित पवार को अपना उत्तराधिकारी बनाया होता तो क्या उनकी पार्टी टूट जाती और अगर उद्धव जी ने अपने बेटे की जगह एकनाथ शिंदे को महत्व दिया होता तो क्या शिवेसना पार्टी टूट जाती?

परिवारवाद का लगाया आरोप

गृह मंत्री ने कहा कि शिवसेना और एनसीपी इसलिए टूट गई क्योंकि उद्धव ठाकरे और शरद पवार अपने परिवार को आगे लाना चाहते थे। गृह मंत्री ने कहा, ” शिवसेना पुत्र प्रेम के कारण और एनसीपी पुत्री प्रेम के कारण टूटी है। क्या उद्धव ठाकरे एकनाथ शिंदे जी को आगे करते तो उनकी पार्टी टूट जाती या शरद पवार ने अजित पवार को अपना उत्तरधिकारी बनाया होता तो एनसीपी में टूट हो जाती है।”

गृह मंत्री ने आगे कहा, “वे हम पर अनावश्यक आरोप लगा रहे हैं, वे राजशाही जैसी ऐसी व्यवस्था चाहते हैं जहाँ पिता के बाद बेटा या बेटी ही उत्तराधिकारी बने, देश में लोकतंत्र है और कई लोगों को यह स्वीकार नहीं है इसलिए वे अलग हो रहे हैं।”

पीएम मोदी ने भी साधा था निशाना

शरद पवार के बयान का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने पिछले शुक्रवार को नंदुरबार कहा था कि ‘नकली एनसीपी और शिवसेना’ ने चार जून के लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस में विलय करने का मन बना लिया है लेकिन उन्हें इसके बजाय अजित पवार और एकनाथ शिंदे  के साथ मिल जाना चाहिए।

पीएम ने कहा था,”चार दिन बाद कांग्रेस में जाकर मरने की बजाए सीना तान करके हमारे अजीत दादा और शिंदे जी के साथ आओ, आपके सभी सपने पूरे हो जाएंगे।” कांग्रेस के अलावा शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी भी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है।