महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन बनेगा? इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। दिल्ली में अमित शाह के साथ हुई मीटिंग के बाद एकनाथ शिंदे सतारा स्थित अपने गांव चले गए हैं। शिवसेना सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एकनाथ शिंदे नाराज हैं और उनका अपने गांव जाने का मतलब है कि राज्य में सरकार गठन में और देरी हो सकती है।
द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में शिवसेना के एक नेता ने कहा, “हमारे नेता खुश नहीं हैं और हम भी। एकनाथ शिंदे ने अपने कार्यकाल में कुछ भी गलत नहीं किया। उन्होंने चुनावी कैंपेन लीड किया और इसलिए वो ही महायुति के असली सीएम पेस थे। लॉजिकली, उन्हें ही मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।”
हालांकि शिवसेना के प्रवक्ता उदय सामंत ने ऐसा बातों को नकारा है कि एकनाथ शिंदे नाराज हैं। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे बुखार और सर्दी से पीड़ित हैं। यह कहना कि वो खुश नहीं है, गलत होगा। उन्होंने कहा कि शिवसेना का मानना है कि एकनाथ शिंदे को सरकार का हिस्सा होना चाहिए और उन्हें गाइड करना चाहिए।
एकनाथ शिंदे आज लेंगे कोई ‘बड़ा फैसला’? महाराष्ट्र सीएम सस्पेंस के बीच शिवसेना नेता का बड़ा दावा
संजय शिरसाट ने की होम मिनिस्ट्री की डिमांड
महाराष्ट्र में जारी सस्पेंस के बीच शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने शनिवार को कहा कि पार्टी को महाराष्ट्र की नई सरकार में होम मिनिस्ट्री मिलनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को दरकिनार करने की कोशिश की जा रही है। शिरसाट ने कहा, “गृह विभाग पार्टी (शिवसेना) को मिलना चाहिए। यह विभाग (आमतौर पर) उपमुख्यमंत्री के पास होता है। अगर मुख्यमंत्री गृह विभाग को संभालते हैं तो यह सही नहीं है।”
संजय राउत ने कसा महायुति और पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज
महाराष्ट्र में सरकार गठन में हो रही देरी पर शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने महायुति पर तंज कसा है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “हैरानी की बात है कि बीजेपी की ऐसी क्या मजबूरी है, नरेंद्र मोदी- अमित शाह जैसे बलशाली नेता का आदेश आता है तो सब मानते हैं, मानना पड़ता है, लोग उनसे डरते भी हैं, फिर भी आठ दिन का समय बीत चुका है। अभी तक पूरा बहुमत होने के बाद भी महाराष्ट्र को मुख्यमंत्री क्यों नहीं मिल पा रहा है?” उन्होंने आगे कहा कि यहां जो केयर टेकर सीएम हैं, वो गांव में जाकर बैठे हैं। कब शपथ लेंगे, कौन सीएम होगा, इस बारे में किसी के पास जानकारी नहीं है।