Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में बड़ा सियासी उलटफेर हो सकता है। सुप्रिया सुले की बयान के बाद अब अटकलें सामने आ रही हैं कि एनसीपी के करीब 30-40 विधायक अजीत पवार के संपर्क में हैं। यह सभी अजीत पवार के नेतृत्व में बीजेपी-शिंदे सरकार में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि एनसीपी से दो तिहाई से अधिक विधायकों ने अपना समर्थन अजीत पवार को दे दिया था। सूत्रों का यह भी कहना है कि शरद पवार भी केंद्र में मोदी सरकार में शामिल हो सकते हैं। एनसीपी सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने बड़ा बयान दिया है। सुप्रिया ने कहा कि 15 दिन में दो बड़े सियासी धमाके होंगे, जिसमें एक दिल्ली में तो दूसरा महाराष्ट्र की राजनीति में होगा।
सुप्रिया सुले के बयान से अटकलें तेज
सुप्रिया सुले ने दो बड़े राजनीतिक विस्फोट की बात कही है। हालांकि जब उसने अजीत पवार के बीजेपी के साथ जाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने चुप्पी साथ ली। उन्होंने कहा कि ‘यह बात दादा (अजीत पवार) से पूछो, मेरे पास गॉसिप के लिए समय नहीं है, जनप्रतिनिधि के रूप में मेरे पास बहुत काम है, इसलिए मुझे इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन मेहनत करने वाला नेता हो तो अजीत दादा को हर कोई चाहेगा, इसलिए इस तरह के बयान दिए जाते हैं।’ उन्होंने कहा कि ‘आप सभी चैनल वाले एक यूनिट अजित दादा के पीछे लगा लें। प्रदेश में कई समस्याएं हैं, राज्य में गलत तरीके से काम हो रहा है, एक कार्यक्रम रद्द करने से ऐसा कुछ नहीं होगा।’
पहले भी दे चुके हैं फडणवीस को समर्थन
बता दें कि 2019 में विधानसभा चुनाव के बाद जब किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला तो अजीत पवार ने एनसीपी की पार्टी लाइन से अलग जाकर फडणवीस के साथ शपथ ले ली। हालांकि 72 घंटे में ही उन्होंने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। कई मौकों पर उनकी फडणवीस के साथ नजदीकी सामने आ चुकी है। बता दें कि एनसीपी के कुल 53 विधायक हैं। इनमें से 30-40 विधायकों ने अजीत पवार के साथ सरकार में शामिल होने की इच्छा जताई है। जिन नेताओं ने अजीत पवार को अपना समर्थन दिया है उनमें प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, छगन भुजबल, धनंजय मुंडे जैसे प्रमुख चेहरे शामिल हैं।