Mumbai Rains News Updates: मुंबई में फिलहाल बारिश कुछ धीमी होने और कुछ इलाकों में थमने के बाद ट्रेन सेवा फिर से बहाल हो गई है। सेंट्रल रेलवे की सब-अर्बन ट्रेन सेवा सोमवार से फिर शुरू हो गई, जोकि रविवार को अधिकतर समय तक बर्खास्त रही थी। मौसम विभाग ने भी आने वाले दिनों में मुंबई में बारिश थमने और सुहाना मौसम होने का अनुमान जताया है।
खडकवासला बांध से और ज्यादा पानी छोड़े जाने के बाद बालेवाडी, बानेर, औंध, यरवदा, सिंघाद रोड और बोपोडी के निचले इलाके में जल जमाव हो गया है। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। सिंचाई विभाग के मुताबिक, चार बांधों- खडकवासला, पनसेट, वर्सागांव और तेमघर के जलग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश हुई है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘सभी चारों बांध अधिकतम भंडारण क्षमता से भरे हुए हैं। इसके कारण मुठा नदी में पानी छोड़ा जा रहा है।”
उन्होंने बताया कि रविवार को दिन में ग्यारह बजे के बाद खडकवासला बांध से करीब 35,574 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जलग्रहण क्षेत्र में बारिश होने के कारण तीन बजे 41,756 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं और बांध से पानी छोड़े जाने के बाद कई और इलाकों के प्रभावित होने की आशंका है।
पुणे में सभी स्कूल कॉलेज बारिश के चलते मंगलवार को भी बंद रहेंगे, जबकि सोमवार को नॉर्दर्न रेलवे ने 12 ट्रेनें रद्द कर दी। ऐसा पश्चिमी रेल जोन रूट पर ट्रैक पर पानी भर जाने से हुआ। साथ ही छह ट्रेनों के रास्ते में भी फेरबदल किया गया। उत्तरी रेलवे के प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने इस बाबत बयान भी जारी किया है।
बारिश की मार झेल रहे नासिक जिले में सोमवार को भी प्रमुख बांधों से पानी छोड़ा जाना जारी है। अधिकारियों ने बताया कि शहर के बीच से बहने वाली गोदावरी नदी अभी भी उफान पर है। अधिकारियों ने बताया कि हालांकि शुक्रवार से नासिक में बारिश का कहर कुछ कम हुआ है, लेकिन नदियों में अभी भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। चंदोरी और सायखेड़ा गांवों में भी सोमवार को बाढ़ जैसे हालात हैं।
रविवार को गंगापुर बांध से 20,000 क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया जिसके कारण गोदावरी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सिंचाई विभाग के अनुसार, नासिक के निकट स्थित गंगापुर बांध से सोमवार सुबह नौ बजे 18,909 क्यूसेक की दर से जबकि दरना बांध से 39,250 क्यूसेक की दर से पानी छोड़ा गया।
सेंट्रल रेलवे ने अपने एक बयान में कहा कि करजत इलाके के मुसाफिरों के लिए करजत और पनवेल के बीच चलने वाली शटल सेवा शुरू कर दी गई है।
मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं। भारी बारिश के चलते कई ट्रेनें कैंसिल कर दी गई हैं, वहीं 6 ट्रेनें बीच रास्ते में ही रोक दी गई हैं।
रविवार शाम मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों में पुणे शहर में छिटपुट स्थानों पर हल्की से भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की है। साथ ही, इसी अवधि में जिले के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने का भी पूर्वानुमान जताया है। शहर को जलापूर्ति करने वाले बांधों के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश होने के चलते रविवार को मुठा नदी में पानी छोड़े जाने के बाद जिले में निचले इलाकों को सतर्क कर दिया गया है।
महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारी बारिश के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है। गोदावरी नदी भी उफान पर है। खासकर पुणे में हालात बिगड़ने की आशंका जतायी जा रही है। बता दें कि पुणे में रविवार को भारी बारिश के साथ ही जिला प्रशासन ने एक परामर्श जारी कर लोगों से सतर्क रहने को कहा है। प्रशासन ने यह आशंका भी जताई है कि स्थिति नाजुक हो सकती है। इसके मद्देनजर स्कूलों एवं कॉलेजों को सोमवार को बंद रखने का आदेश दिया है।
पश्चिमी तटों और मध्य भारत के कुछ इलाकों में मानसून सक्रिय बना हुआ है। पश्चिमी तटों पर बनी टर्फ धीरे-धीरे केरल की तरफ बढ़ रही है। जिससे आने वाले दिनों में उत्तरी तटीय महाराष्ट्र के इलाकों में बारिश कुछ कम हो जाएगी। दिल्ली गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, करनाल और आसपास के इलाकों में आज बारिश के आसार हैं।
मुंबई, पुणे और पालघर जिलों में बारिश जनित घटनाओं में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई जबकि मध्य मुंबई के धारावी में एक नाले में गिरने से एक व्यक्ति लापता हो गया।
नासिक, रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों में भी बारिश हुई जहां विभिन्न इलाकों में पानी भर गया क्योंकि नदियां पूरे उफान पर हैं।
महाराष्ट्र के कई भागों में बारिश जारी रहने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ जबकि गोदावरी नदी में उफान से आंध्र प्रदेश के 74 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए। असम में हालांकि बाढ़ की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है। मुंबई और इसके आसपास के क्षेत्रों में लगातार दूसरे दिन भारी बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। बारिश के कारण ट्रेन सेवा और हवाई यातायात प्रभावित हुआ। पड़ोसी ठाणे और पालघर जिलों में बिजली गुल हो गयी।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के एक अधिकारी ने बताया कि कामशेट इलाके के एक मकान में फंसे एक परिवार के सात लोगों को बल की एक टीम ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस मकान में पानी भर गया था। खडकवासला बांध से और ज्यादा पानी छोड़े जाने के बाद बालेवाडी, बानेर, औंध, यरवदा, सिंघाद रोड और बोपोडी के निचले इलाके में जल जमाव हो गया है।
महाराष्ट्र के पालघर जिले में बाढ़ से प्रभावित लोगों को बचाने के लिए गये भारतीय वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर को भारी बारिश और खराब दृश्यता के कारण रविवार शाम को यहाँ लौटना पड़ा। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। बता दें कि पालघर के बुरंडा गांव में 15 लोग फंसे थे, जिनके रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर भेजा गया था।