Savarkar Bharat ratna, Shivsena: महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भले ही भाजपा और शिवसेना में मतभेद हो गया हो लेकिन एक मुद्दे पर अब भी दोनों पार्टी एक दूसरे के साथ हैं। वह मुद्दा है विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने का। शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी के सावरकर को भारत रत्न देने के फैसले का समर्थन किया है। भाजपा ने महाराष्ट्र चुनाव के अपने घोषणा पत्र में सावरकर को भारत रत्न देने का वादा किया था। भाजपा ने ऐलान किया था कि पार्टी सत्ता में आने के बाद वीर सावरकर को भारत रत्न देने की सिफारिश करेगी। इसे लेकर उस समय काफी विवाद भी हुआ था।

इस मामले में शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार शाम कहा कि हमने हमेशा इस बात का समर्थन किया है कि सावरकर को भारत रत्न मिलना चाहिए। बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी सावरकर के लिए मरणोपरांत भारत रत्न की अपनी मांग को दोहराया था। उन्होंने कहा था कि अगर हिंदुत्व के नायक विनायक दामोदर सावरकर आजादी के बाद प्रधानमंत्री बनते तो पाकिस्तान नहीं बनता।

वहीं, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में भी वीर सावरकर को भारत रत्न देने का मुद्दा उठा है। लोकसभा में इस संबंध में पूछे गए एक सवाल पर सरकार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। गृह मंत्रालय ने सदन को दी गई जानकारी में वीर सावरकर को भारत रत्न देने को लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा, लेकिन यह साफ किया कि इसके लिए किसी सिफारिश की जरूरत नहीं है।

मंत्रालय ने कहा, ‘भारत रत्न सम्मान के लिए अलग-अलग वर्गों की ओर से अकसर सिफारिशें आती रहती हैं, लेकिन इसके लिए किसी औपचारिक सिफारिश की जरूरत नहीं होती। भारत रत्न को लेकर समय-समय पर फैसले होते रहते हैं।’ गौरतलब है कि भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है और सरकार इसके लिए राष्ट्रपति से संस्तुति करती है।

कांग्रेस सावरकर को भारत रत्न देने की बीजेपी की मांग की निंदा कर रही है। इस मांग को भाजपा द्वारा अपने घोषणा पत्र में शामिल करने के बाद कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा था कि अगर महात्मा गांधी की 150 वीं वर्षगांठ पर यह सरकार सावरकर को भारत रत्न देने के बारे में सोचती है, तो मैं कह सकता हूं कि इस देश को भगवान ही बचा सकते हैं।