Maharashtra Government Formation, Maharashtra Floor Test: महाराष्ट्र की सियासत बेहद दिलचस्प मोड़ पर आ चुकी है। बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस (CM Devendra Fadanvis) अजित पवार (Ajit Pawar) के समर्थन से मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं, लेकिन बहुमत साबित करना अभी उनके लिए बड़ी चुनौती है। गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें 30 नवंबर तक का वक्त दिया है, लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में पहुंच चुका है। शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस (Shiv Sena, NCP, Congress) ने 24 घंटे में बहुमत साबित करवाने की मांग की है। राज्य के राजनीतिक इतिहास को देखें तो पलड़ा बीजेपी के पक्ष में है, लेकिन वर्तमान हकीकत इतिहास बदल सकती है।
1960 में अस्तित्व में आए महाराष्ट्र में अब तक 18 नेता मुख्यमंत्री बने हैं। 14 बार विधानसभा का चुनाव हुआ है। डीबी की रिपोर्ट के मुताबिक कभी भी राज्य विधानसभा में फ्लोर टेस्ट में फेल होने के चलते सरकार नहीं गिरी है। इतिहास के उलट इस बार बीजेपी के लिए मुश्किल हो सकती है। राज्य में बीजेपी को बहुमत के लिए 40 अतिरिक्त विधायकों की जरूरत है। उन्हें समर्थन देकर डिप्टी सीएम बने अजीत पवार का खेमा भी मुश्किल में पड़ता नजर आ रहा है। बीजेपी के पास अभी तक निर्दलीय विधायकों और छोटे दलों के मिलाकर बीजेपी के पास कुल 123 विधायकों का समर्थन होने की बात सामने आ रही है।
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महाराष्ट्र में क्या-क्या संभावना?: यदि परंपरा के खिलाफ जाकर ओवैसी की AIMIM, समाजवादी पार्टी और सीपीएम बीजेपी का समर्थन कर दे तब भी समस्या का हल नहीं होगा। ऐसे में या तो एनसीपी के दो तिहाई विधायक सरकार का समर्थन करे या कांग्रेस-शिवसेना के विधायक टूटकर बीजेपी में आएं तब फडणवीस सरकार बरकरार रहना संभव है। हालांकि कुछ विधायकों की सदस्यता जाने या अनुपस्थित रहने पर समीकरण बदल सकते हैं, लेकिन फिर भी स्थितियां बीजेपी के पक्ष में नहीं दिख रही।
गौरतलब है कि शुक्रवार की शाम तक उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी की सरकार बनने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन शनिवार की सुबह अचानक बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार राजभवन पहुंचे और शपथ लेकर सभी को चौंका दिया।