महाराष्ट्र में अगले महीने होने वाले विधानसभा से पहले बीजेपी और शिवसेना के बीच गठबंधन को लेकर तस्वीर अभी तक पुरी तरह से साफ नहीं हुई है। लोकसभा की तरह ही इस बार विधानसभा चुनाव में भी दोनों साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं। गठबंधन पर खींचतान के साथ-साथ अब मुख्यमंत्री पद को लेकर भी दोनों दलों की एक-दूसरे के खिलाफ नोंकझोंक सामने आ रही है।

शिव सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शनिवार (28 सितंबर 2019) को कहा कि उन्हें अपने दिवंगत पिता बाला साहेब ठाकरे का सपना पूरा करना है और शिव सैनिक को महाराष्ट्र का सीएम बनाना है। ये मेरा उनसे किया वादा था जिसके लिए मैं पूरी तरह से प्रतिबद्ध हूं। वहीं सीट बंटवारे को लेकर उन्होंने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ उनकी बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है और जल्द ही इसपर एलान किया जाएगा।

बांद्रा में रंग शारदा ऑडिटोरियम में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संबोधन के दौरान शिवसेना अध्यक्ष ने यह बातें कहीं।उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी चुनावी तैयारी पूरी है। गठबंधन होता है तो जिस तरह शिव सेना बीजेपी के उम्मीदवार को जीतने में मदद करेगी ठीक उसी तरह बीजेपी को भी करना होगा। हमें गठबंधन से यही उम्मीद है।

मालूम हो कि सीट शेयरिंग को लेकर गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष का महाराष्ट्र दौरा अंतिम समय में रद्द हो गया। माना जा रहा था कि दोनों दलों के शीर्ष नेताओं के बीच बैठक के बाद सीट शेयरिंग को लेकर कोई अंतिम फैसला ले लिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका। ऐसे में दोनों के बीच सीटों का एलान कब होगा इसपर अबतक तस्वीर साफ नहीं है। हालांकि माना जा रहा है कि शिवसेना इस चुनाव में खुद को बीजेपी का छोटा भाई मानकर चल रही है।

बीजेपी का लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्माई नेतृत्व की वजह से शिव सेना को कहीं न कहीं महसूस हो रहा है कि बीजेपी कद में उससे बढ़ी है। शिव सेना लोकसभा चुनाव से पहले खुद को गंठबंधन में बड़े भाई के तौर पर मानती रही है।