महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी वोटरों को लुभाने का कोई तरीका नहीं छोड़ना चाह रहे हैं। इस क्रम में मुंब्रा-कलवा सीट से शिवसेना की प्रत्याशी दीपाली सैयद ने प्रचार करने का अनोखा तरीका निकाला है। शिवसेना उम्मीदवार हिंदू बहुल इलाकों में दीपाली के नाम से वोट मांग रही हैं जबकि मुस्लिम बहुल इलाकों में सोफिया सैयद बनकर वोट मांग रही हैं।
दीपाली मराठी फिल्मों की अभिनेत्री हैं। दीपाली ने पिछले सप्ताह ही शिवसेना का दामन थामा है। हालांकि राजनीति में दीपाली नया नाम नहीं हैं। वह साल 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के टिकट पर अहमदनगर सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि, इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
दीपाली के नाम बदल कर चुनाव प्रचार किए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। पेशे से वकील और लेखक प्रशान्त पटेल उमराव ने ट्वीट कर इस तरह के चुनाव प्रचार पर रोष जताया। प्रशान्त ने ट्वीट में लिखा, ‘दीपाली भोंसले ईमान अपनाकर निकाह करके सोफिया सैयद बन गईं।
शिवसेना प्रत्याशी हिंदू क्षेत्रों में वोट मांगते समय नाम दीपाली व मुस्लिम क्षेत्र में सोफिया बताती हैं,पहले AAP से भी किस्मत आजमाई। वैसे जो अपने मां बाप,धर्म का नहीं हो सकता क्या कभी अपने वोटर,पार्टी या देश का हो सकता है?’ वहीं, कई लोगों ने कहा कि इस तरह के उम्मीदवारों का हारना बहुत जरूरी है भले ही वह किसी भी पार्टी के क्यों ना हों। नाम बदलकर चुनाव प्रचार करने की बाबत पूछे जाने पर दीपाली ने कहा कि नाम का बहुत असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से मैं जिस इलाके में जा रही हूं वहां वैसे ही नाम का इस्तेमाल कर रही हूं।
दीपाली का मूल नाम दीपाली भोंसले हैं। उन्होंने शादी के बाद अपना नाम सोफिया सैयद रख लिया था। अपने करीब दो दशक के फिल्मी करियर में दीपाली 30 से ज्यादा मराठी फिल्मों में काम कर चुकी हैं। 1990 के दशक में मराठी धारावाहिक बंदिनी और सामानांतर में भी अभिनय कर चुकी हैं। दीपाली को प्रसिद्धि अंकुश चौधरी के साथ आई उनकी फिल्म जात्रा से मिली थी।