महाराष्ट्र के नागपुर में हिंसा हुई है। औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग हो रही थी। इस दौरान दो गुटों के बीच विवाद शुरू हो गया। हिंसक भीड़ ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। इस बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान दिया है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि एक प्लानिंग के तहत इस हिंसा को अंजाम दिया गया और इसमें जो लोग भी शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। एकनाथ शिंदे ने कहा कि जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।

40 से अधिक लोग हिरासत में

हिंसा में कई पुलिस वाले भी घायल हैं। करीब 4 से 5 लोग इस हिंसा में घायल भी हैं। वहीं इस हिंसा में अब तक 40 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। पुलिसबलों की बड़ी संख्या में तैनाती की गई है।

नागपुर के महाल इलाके में पुलिस ने घटना के बाद निषेधाज्ञा लगा दिया है। इसको लेकर आदेश जारी कर दिया गया है। वहीं अपराधियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लिप को पुलिस खंगाल रही है। पुलिस ने शहर में शांति बनाए रखने की अपील भी की है।

औरंगजेब के मकबरे पर हो सकता है भीड़ का हमला

सभी शांति बनाए रखें- फडणवीस

महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “नागपुर के महाल इलाके में जिस तरह से स्थिति तनावपूर्ण हुई, वह बेहद निंदनीय है। कुछ लोगों ने पुलिस पर भी पत्थरबाजी की, जो गलत है। मैं स्थिति पर नजर रख रहा हूं। सभी शांति बनाए रखें। मैंने पुलिस कमिश्नर से कहा है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो भी सख्त कदम उठाने जरूरी हैं, वे उठाए जाएं। अगर कोई दंगा करता है या पुलिस पर पत्थरबाजी करता है या समाज में तनाव पैदा करता है, तो ऐसे सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। मैं सभी से अपील करता हूं कि नागपुर की शांति भंग न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए व्यवहार करें। अगर कोई तनाव पैदा करने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ बहुत सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

नागपुर पुलिस कमिश्नर डॉ. रविंदर सिंघल ने हिंसा को लेकर कहा कि अभी स्थिति शांतिपूर्ण है। उन्होंने बताया कि एक तस्वीर जलाई गई जिसके बाद लोग इकट्ठा हुए, उन्होंने आग्रह किया और हमने इस संबंध में कार्रवाई भी की। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि एफआईआर दर्ज की गई है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस तलाशी अभियान चला रही है और इसमें शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है।