महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणडवीस शुक्रवार को बड़े हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बचे। रायगढ़ जिले के पेण इलाके में लैंडिंग के दौरान उनके चॉपर का पहिया कीचड़ में जा फंसा। यही वजह रही कि वह पहिया लड़खड़ाने लगा। नौबत भांपते हुए आनन-फानन पायलट ने चॉपर वहीं रोक दिया, जिसके बाद उससे सीएम समेत बाकी लोग बाहर निकाले गए। फडणवीस के साथ चॉपर में चार और लोग भी थे।

हालांकि, अच्छी बात यह रही कि इस घटना के दौरान किसी को कुछ नहीं। वरना अगर थोड़ी भी देर होती, तो यह वायका बड़ी दुर्घटना में तब्दील हो सकता था। दरअसल, सीएम को 11 अक्टूबर को दिन में अहमदनगर जिले के कोपरगांव, नेवासा और कारजात जामखेड़ में महा जनादेश संकल्प सभा को संबोधित करना था।

अधिकारियों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया- सीएम जिस चॉपर में सवार थे, वह हेलीपैड पर लैंड हो रहा था। चूंकि, वहां कीचड़ की वजह से जमीन गीली थी, लिहाजा अचानक से हेलीकॉप्टर का पहिया उस पर फिसलने और लड़खड़ाने लगा।

यही वजह थी कुछ क्षणों के लिए पायलट भी चॉपर से नियंत्रण खो बैठा था, पर कुछ ही सेकेंड्स में उसने संयम और समझदारी से हेलीकॉप्टर को किसी तरह लैंड करा लिया। चॉपर में सीएम के अलावा उनका पर्सनल असिस्टेंट, इंजीनियर, पायलट और को-पायलट सवार था।

रायगढ़ पुलिस सुप्रीटेंडेंट अनिल परसकर के मुताबिक, सीएम समेत सभी लोग सुरक्षित हैं। वैसे, यह पहला मामला नहीं है, जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री किसी चॉपर दुर्घटना का शिकार होने से बचे हों।

साल 2017 में लातूर में उनका चॉपर लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गया था। हालांकि, उस हादसे में भी सीएम बाल-बाल बच गए थे। हेलीकॉप्टर जब हवा में था, तभी उसमें कोई तकनीकी खामी आ गई थी। चॉपर में तब कुछ छह लोग सवार थे, जिसमें मुख्यमंत्री और दो पायलट भी थे।