Maharashtra Chief Minister Race: महाराष्ट्र में प्रचंड जनादेश मिलने के बाद भी अभी तक मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया है, पिछले कई दिनों से सिर्फ अटकलों का दौर जारी है। कभी कहा जाता है कि देवेंद्र फडणवीस का नाम फाइनल कर दिया गया है तो कभी अचानक से एक बार फिर एकनाथ शिंदे रेस में देखने लगते हैं। इसी वजह से महाराष्ट्र की जनता कंफ्यूज है, देश की जनता कंफ्यूज है। हर कोई समझने की कोशिश कर रहा है कि आखिर बीजेपी को अपना मुख्यमंत्री चुनने में इतना वक्त क्यों लग रहा है?
अभी एक बात तो जरूर कहीं जा सकती है कि अजित पवार डिप्टी सीएम पद के लिए राजी हो चुके हैं, लेकिन बड़े मंत्रालय की चाह में वे इस समय राजधानी दिल्ली में हैं। दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे अपनी पार्टी के लिए गृह मंत्रालय का विभाग चाह रहे हैं लेकिन क्योंकि अभी तक बीजेपी की तरफ से ग्रीन सिग्नल नहीं मिला है, वे असमंजस की स्थिति में फंसे हुए हैं।
यहां पर आपको महाराष्ट्र की राजनीति की 8 सबसे बड़ी अपडेट बताते हैं जिससे पता चलेगा कि आखिर कब तक राज्य को अपना अगला मुख्यमंत्री मिलने वाला है-
- सबसे बड़ा अपडेट तो यही चल रहा है कि एकनाथ शिंदे अभी भी ज्यादा खुश नहीं हैं। एक तरफ वे बीमार चल रहे हैं तो दूसरी तरफ उनकी नाराजगी भी सामने आ रही है। उन्होंने दो टूक कह दिया कि महाराष्ट्र की जनता तो जरूर चाहती है कि वे दोबारा मुख्यमंत्री बने। दूसरी तरफ उनकी तरफ से गृह मंत्रालय की मांग कर दी गई है, वे हर कीमत पर यह महत्वपूर्ण मंत्रालय अपने पास रखना चाहते हैं।
- दूसरी बड़ी अपडेट अजित पवार को लेकर है, ऐसी खबर है कि वे देर रात सोमवार को ही दिल्ली पहुंच चुके हैं और पार्टी नेताओं से मुलाकात करने वाले हैं। अगर सब कुछ सही रहा तो गृहमंत्री अमित शाह से भी उनकी अहम बैठक होने जा रही है।
- इस बीच महायुति में अभी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक बार फिर मुंबई में प्रस्तावित बैठक कैंसिल कर दी गई है, कारण किया गया है कि एकनाथ शिंदे की तबीयत अभी भी ठीक नहीं है।
- ऐसी खबर भी चल रही है कि एकनाथ शिंदे किसी भी कीमत पर डिप्टी सीएम का पद स्वीकार नहीं कर सकते हैं। ऐसे में उनके बेटे श्रीकांत शिंदे का नाम भी काफी आगे आ रहा है, लेकिन उन्होंने मीडिया से बात करते हैं दो टूक कहा है कि वे ना मंत्री बनने की रेस में हैं और ना ही डिप्टी सीएम।
- कई दिनों की देरी के बाद भाजपा ने मुख्यमंत्री चुनने में थोड़ी तेजी दिखाने का काम किया है। अब जाकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिया गया है। 4 दिसंबर को विधायकों के साथ बैठक होने वाली है और उसी में सीएम का चयन भी किया जाएगा।
- वैसे शिवसेना नेता दीपक केसरकर ने बड़ा बयान दिया है। उनकी तरफ से जोर देकर बोला गया है कि एकनाथ शिंदे एक बड़े नेता हैं, वे काफी दिलदार हैं, ऐसे में महायुति सरकार में उनका पूरा सम्मान रखा जाना चाहिए।
- वहीं दूसरी तरफ एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए रामदास अठावले ने दावा किया कि एकनाथ शिंदे को चुनाव के समय कभी भी मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई कमिटमेंट नहीं दिया गया था, ऐसे में बीजेपी का सीएम बनना तय है।
- लेकिन इस समय क्योंकि लगातार मुख्यमंत्री चुनने में देरी हो रही है, उद्धव गुट के नेता आनंद दुबे ने बड़ा बयान देते हुए बोला है कि असल में अजित पवार और एकनाथ शिंदे तो बीजेपी के गुलाम हैं और गुलाम को हमेशा समझौता करना ही पड़ता है।
अब यह तो महाराष्ट्र की राजनीति के 8 लेटेस्ट अपडेट रहे, लेकिन दूसरी तरफ झारखंड में भी सरकार गठन को लेकर ज्यादा स्पष्टता नहीं दिख रही है। सीएम हेमंत सोरेन ने शपथ ली है, लेकिन कांग्रेस को कितनी हिस्सेदारी मिलेगी, साफ नहीं। झारखंड की राजनीति समझने के लिए यहां क्लिक करें