महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर अब तक तस्वीर साफ नहीं हुई है। चुनाव परिणाम आने के बाद बीजेपी और शिवसेना एक दूसरे पर लगातार हमलावर हैं। इस बीच कहा जा रहा है कि बीजेपी शिवसेना को 13 मंत्री पद दे सकती है और मुख्यमंत्री का पद वह अपने पास ही रखेगी। बीजेपी 26 मंत्री पद भी अपने पास रखेगी।

बीजेपी ने साफ कर दिया है कि चार अहम मंत्री पदों पर शिवसेना के साथ किसी तरह की डील नहीं होगी। बीजेपी ने कहा है कि बाकी पदों पर शिवेसेना के साथ डील हो सकती है। मालूम हो कि दूसरी तरफ शिवेसना 50:50 फॉर्मूले के तहत सत्ता के बंटवारे पर अड़ी हुई है।

शिवसेना की मांग है कि चुनाव से पहले तय डील के मुताबिक ढाई-ढाई साल के लिए दोनों ही दलों को सीएम की कुर्सी मिले। हालांकि बीजेपी सूत्रों के मुताबिक इस साल लोकसभा चुनाव से पहले दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर हुई बातचीत में “सत्ता के समान साझेदारी को लेकर सहमति बनी थी न कि मुख्यमंत्री पद को लेकर।”

वहीं शिवसेना कल मुंबई के पार्टी मुख्यालय में विधायक दल की बैठक करेगी। इस बीच एनसीपी लगातार बदलते हालातों के बीच शिवसेना के लिए विकल्प खोल रही है। एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि जनता का जनादेश हमारे लिए विपक्ष में बैठने के लिए है। अगर स्थिति बदलती है तो हम देखेंगे।’

वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को फिर से राज्य बीजेपी विधायक दल के नेता चुने गए हैं। इस बैठक में सभी 105 नवनिर्वाचित बीजेपी विधायक उपस्थित थे। वहीं यह बैठक दक्षिण मुंबई के विधान भवन में हुई।

फडणवीस ने पार्टी विधायकों को, उन पर विश्वास करने और उन्हें राज्य की सेवा करने का एक और मौका देने के लिए धन्यवाद दिया। बता दें कि शिवसेना को 288 सदस्यीय सदन में 56 सीटें मिली हैं जबकि बीजेपी को 105, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं।