हाल ही में सामने आए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में महायुति गठबंधन ने 230 सीटों पर जीत हासिल की है। गठबंधन में शामिल भाजपा ने 132 सीटें हासिल कीं, वहीं शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटें मिलीं। इस बंपर जीत के बाद महायुति में सबसे बड़ा मंथन मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहा है। तीनों ही पार्टियां चाहती हैं कि सीएम उनके दल का हो। ऐसे में मुख्यमंत्री की कुर्सी की लड़ाई देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार और एकनाथ शिंदे के बीच है।
चुनाव जीतने के बाद एनसीपी, शिवसेना आर बीजेपी तीनों पार्टियों के नेताओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह जो भी फैसला लेंगे, वह सभी को स्वीकार्य होगा। हालांकि, सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे देवेंद्र फडणवीस का नाम सीएम पद के लिए आगे होने से नाराज हैं। उनकी पार्टी के भी कई नेताओं ने उनका समर्थन करते हुए कहा है कि सीएम शिंदे को ही बनाया जाना चाहिए। शिवसेना ने दो टूक कह दिया है कि एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करेंगे।
शिवसेना के प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा कि विधानसभा चुनाव एकनाथ शिंदे के चेहरे पर लड़ा गया था, यह बात फडणवीस और बीजेपी के बड़े नेता भी मानते हैं इसलिए शिंदे ही मुख्यमंत्री बनने के योग्य हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि जो चेहरा सामने आया है, उसे ही प्राथमिकता देनी चाहिए। एकनाथ शिंदे अगर सीएम बनते है तो आने वाले चुनावों में हमें फायदा होगा। सिरसाट ने कहा कि शिंदे की वजह से ही चुनाव में महायुति को फायदा हुआ है।
हम आज भी साथ हैं- शिंदे
इस बीच, शिंदे ने सोमवार रात एक्स पर एक पोस्ट में इस मुद्दे पर पोस्ट किया, “महायुति की शानदार जीत के बाद, राज्य में एक बार फिर हमारी सरकार बनेगी। महायुति के तौर पर हमने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और आज भी साथ हैं। मेरे प्रति प्यार के चलते कुछ लोगों ने सभी से मुंबई में इकट्ठा होने की अपील की है। मैं आपके प्यार के लिए दिल से आभारी हूं लेकिन मैं अपील करता हूं कि कोई भी इस तरह से मेरे समर्थन में इकट्ठा न हो।”
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फडणवीस को सीएम बनाना चाहती है बीजेपी
वहीं, भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने शिंदे और अजित पवार को फडणवीस को अगला मुख्यमंत्री बनाने के अपने फ़ैसले की जानकारी दे दी है। जल्द ही मुंबई में होने वाली भाजपा राज्य विधानमंडल की बैठक में इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी।” एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, “132 सीटों के साथ, सीएम पद छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है। पार्टी ने एक बार इसकी कीमत चुकाई थी जब 2022 में शिंदे के लिए फडणवीस को सीएम पद छोड़ना पड़ा था।”
भाजपा सूत्रों के अनुसार, पार्टी नेतृत्व एकनाथ शिंदे को राज्य में अच्छे विभागों के अलावा केंद्र में भी भूमिका देकर उन्हें खुश करने की कोशिश कर रहा है। एकनाथ शिंदे की दावेदारी पर क्या है बीजेपी नेताओं की राय, पढ़ें पूरी खबर