Mahakumbh Stampede Supreme Court: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ में लगातार करोड़ों की भीड़ आ रही है, श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। लेकिन मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ की वजह से जब से 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई है, मामला गरमा चुका है। इसी कड़ी में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी। उस याचिका के जरिए मांग की गई कि महाकुंभ के लिए गाइडलाइन तैयार की जाए और जितनी भी राज्य सरकारें हैं, वो भी यूपी की सरकार से को-ऑर्डिनेट करें।
लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका को खारिज कर दिया है, सीजेआई संजीव खन्ना ने जोर देकर बोला है कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी और चिंता की बात भी है, लेकिन याचिकाकर्ता को सबसे पहले हाई कोर्ट का रुख करना चाहिए, यानी की सर्वोच्च अदालत ने इस मुद्दे को खारिज नहीं किया है, इसकी गंभीरता को भी समझा है, बस प्रोटोकॉल का पालन करने की नसीहत दी गई है।
अब जानकारी के लिए बता दें कि मौनी अमावस्या के दिन जो भगदड़ वाली स्थिति पैदा हुई थी, उसका मुख्य कारण यह रहा कि सभी श्रद्धालु संगम नोज पर जाना चाहते थे। इसी वजह से कई लोग जो जमीन पर उस समय सो रहे थे, उन्हीं पर भीड़ टूट पड़ी और कई की जान चली गई। सीएम योगी ने खुद इस मामले का संज्ञान लिया था और इसी वजह से एक नई रणनीति पर काम किया गया। अब इस नई रणनीति के तहत क्राउड मैनेज किया जा रहा है और पूरा प्रयास है कि बसंत पंचमी पर जारी शाही स्नान में किसी भी तरह की रुकावट या दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।
अब जानकारी के लिए बता दे मौनी अमावस्या के दिन जो भगदड़ वाली स्थिति पैदा हुई थी उसका मुख्य कारण यह रहा कि सभी श्रद्धालु संगम नोटिस पर जाना चाहते थे इसी वजह से कई लोग जो जमीन पर उसे समय सो रहे थे उन्हीं पर भेद टूट पड़ी और कई की जान चली गई सीएम योगी ने खुद इस मामले का संज्ञान लिया था और इसी वजह से एक नई रणनीति पर काम किया गया अब इस नई रणनीति के तहत क्राउड मैनेज किया जा रहा है और पूरा प्रयास है कि बसंत पंचमी पर जारी शाही स्नान में किसी भी तरह की रूकावट या दिक्कतों का सामना न करना पड़े
महाकुंभ को लेकर यूपी सरकार के मंत्री एके शर्मा ने कहा, ”बसंत पंचमी के अवसर पर कल से करीब 4 करोड़ लोगों ने यहां डुबकी लगाई है। हम लगातार यहां की स्थिति पर नजर रख रहे हैं। मैं यहां निरीक्षण के लिए मौजूद हूं। एक बार फिर मैं सभी को यहां आने के लिए आमंत्रित करता हूं क्योंकि महाकुंभ के कुछ ही दिन बचे हैं।”