Mamata Banerjee Mahakumbh Controversy: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ को लेकर विवादित बयान दिया है। ममता बनर्जी ने विधानसभा में अपने भाषण के दौरान कहा कि महाकुंभ अब मृत्युकुंभ में बदल गया है। ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि महाकुंभ के आयोजन के लिए ढंग से योजना नहीं बनाई गई और वीआईपी लोगों को विशेष सुविधा दी गई।
हाल ही में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने महाकुंभ को फालतू बताया था। इसके अलावा विपक्ष के भी कई नेता महाकुंभ में वीआईपी कल्चर को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवगोपाल यादव तो यह भी कह चुके हैं कि महाकुंभ को लेकर 144 साल वाला कोई भी जिक्र ग्रंथ में नहीं है।
महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा और इसमें अब तक 55 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। देश के तमाम राज्यों से लोग संगम में डुबकी लगाने के लिए लगातार प्रयागराज पहुंच रहे हैं। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं और बीजेपी लगातार ममता बनर्जी की सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने की कोशिश कर रही है। ममता बनर्जी लगातार 2011 से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं। ममता बनर्जी के बयान को बीजेपी बड़े पैमाने पर मुद्दा बना सकती है।
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महाकुंभ में दो बार हो चुकी है भगदड़
महाकुंभ में अब तक दो बार भगदड़ हो चुकी है। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मौके पर हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 60 लोग घायल हो गए थे। इसके बाद 15 फरवरी की रात को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी भगदड़ हुई और इसमें 18 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
बीते कुछ दिनों में महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या के चलते कई जगहों पर जबरदस्त जाम लगा है और ट्रेनें फुल हैं। रेलवे ने हालात को संभालने के लिए कई स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं लेकिन इसके बावजूद कई जगहों पर प्लेटफॉर्म पर लोगों की भारी भीड़ दिख रही है।
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