Uddhav Thackeray Attacks Shinde: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर इस बात पर बहस छिड़ चुकी है कि सच्चा हिंदू कौन है। असल में डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने तो अपने सभी शिवसैनिक विधायकों के साथ महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई, लेकिन ठाकरे परिवार वहां नहीं गया। शिंदे ने इसी बात को मुद्दा बनाते हुए कह दिया था कि कुछ लोग खुद को हिंदू बताने से भी डरते हैं। अब उन आरोपों पर उद्धव ठाकरे ने जवाब दिया है।
उद्धव क्यों बोले- गंगा में नहाने से नहीं धुलेगा पाप
एक कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने दो टूक कहा है कि गंगा में नहाने से कोई पाप नहीं धुलता है। महाराष्ट्र को धोखा देकर जो पाप उन्होंने किया है, गंगा में कई बार स्नान कर भी वो नहीं धुलने वाला। मैं तो गंगा का सम्मान करता हूं, इसमें डुबकी लगाने का क्या फायदा है। डुबकी लगाने के बाद भी विश्वासघाती का ठप्पा नहीं जाने वाला।
बीजेपी को दिखाया उद्धव ने आईना
अब उद्धव की तरफ से बिना नाम लिए शिंदे पर तो निशाना साधा ही गया, लेकिन उन्होंने तो बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया है। जोर देकर बोला गया है कि बीजेपी को बताने की जरूरत नहीं कि भगवान राम की अहमियत है। जिन लोगों का स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं, उनके हाथों में सत्ता की बागडोर है, वहीं जिनका महाराष्ट्र आंदोलन में कोई योगदान नहीं, वो यहां सत्ता संभाले हुए हैं।
कुंभ समाप्त, विपक्ष रहा नदारद
वैसे उद्धव ठाकरे की तरफ से यह हमला इसलिए किया गया है क्योंकि महाकुंभ समापन के बाद कई विपक्षी नेताओं का वहां नहीं जाना एक सियासी मुद्दा बन चुका है, बीजेपी तो इसे हिंदुत्व से जोड़कर एक बड़ा मुद्दा बना रही है। जानकारी के लिए बता दें कि राहुल गांधी, ममता बनर्जी, मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे कई विपक्षी नेताओं ने कुंभ से दूरी बनाई है। उनकी तरफ से मिसमैनेजमेंट का मुद्दा उठा योगी सरकार को तो घेरा गया, लेकिन आस्था की डुबकी नहीं लगाई गई। वैसे विपक्ष को अभी अहसास नहीं, इस एक बेरुखी का राजनीतिक असर तगड़ा हो सकता है, और जानने के लिए यह खबर पढ़ें