Mahakumbh 2025, accommodation in Prayagraj: प्रयागराज में होने वाला महाकुंभ 2025, विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु, साधु-संत और पर्यटक भाग लेने आते हैं। यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और आस्था का अद्वितीय संगम है। जनवरी 2025 से मार्च 2025 तक चलने वाले इस आयोजन के लिए प्रयागराज प्रशासन ने श्रद्धालुओं के ठहरने की सुविधाओं को लेकर व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं।
प्रयागराज: आध्यात्मिकता और व्यवस्था का संगम
महाकुंभ केवल गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर स्नान तक सीमित नहीं है। यह श्रद्धा, भक्ति और संस्कृति के अद्वितीय मिश्रण का प्रतीक है। हर बार की तरह, इस बार भी श्रद्धालुओं के ठहरने और सुविधाओं को लेकर प्रशासन से लेकर निजी क्षेत्र तक, सभी सक्रिय हैं। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए होटल, धर्मशाला, लॉज, पेइंग गेस्ट हाउस और टेंट कॉलोनियों में अलग-अलग श्रेणियों की व्यवस्था की जा रही है। इनमें से कुछ स्थानों की बुकिंग महीनों पहले ही शुरू हो चुकी है।
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में तीर्थयात्रियों के लिए कई धर्मशालाएं और पेइंग गेस्ट (PG) हाउस उपलब्ध हैं। ये विकल्प कम बजट में आरामदायक प्रवास का उत्कृष्ट साधन हैं। संगम के पास स्थित धर्मशालाएं खासकर उन श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक हैं, जो कुंभ मेले में शामिल होने आते हैं।
प्रयागराज के होटलों में बुकिंग करते समय अपने बजट और यात्रा की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखें। निम्नलिखित ठहरने के विकल्प आपके महाकुंभ अनुभव को बेहतर बना सकते हैं:
- लक्जरी प्रवास के लिए: होटलों को चुनें।
- बजट के प्रति सजग यात्रियों के लिए: स्टेशन के पास के होटल और धर्मशालाओं को चुनें
- पारिवारिक और धार्मिक यात्राओं के लिए: धर्मशालाएं और पेइंग गेस्ट हाउस में रहें
प्रयागराज के ये आवास विकल्प महाकुंभ मेले के दौरान आपके आध्यात्मिक अनुभव को और भी सुखद और यादगार बनाएंगे।
महाकुंभ में ठहरने की योजना: श्रद्धालुओं के लिए कुछ जरूरी सुझाव
- जल्दी बुकिंग करें: क्योंकि मांग बढ़ने से कीमतें भी कई गुना बढ़ जाती हैं।
- धर्मशालाओं का चयन करें: यदि आप किफायती विकल्प चाहते हैं।
- पेइंग गेस्ट हाउस का ट्राई करें: घर जैसा माहौल पाने के लिए।
- ऑनलाइन चेक करें: सभी पंजीकृत ठहरने के स्थानों की सूची प्रशासन की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।
होटलों की स्थिति और बुकिंग के हालात
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में होटलों की मांग कई गुना बढ़ जाती है। शहर में लगभग 218 होटल हैं, जिनमें से 133 पंजीकृत हैं। इसके अलावा, शहर में 204 गेस्ट हाउस और धर्मशालाएं भी हैं। लग्जरी होटलों की संख्या लगभग 42 है, जहां ज्यादातर विदेशी पर्यटक ठहरते हैं।
महाकुंभ के दौरान होटलों की बुकिंग कई महीनों पहले शुरू हो चुकी है। मुख्य स्नान पर्व जैसे मौनी अमावस्या और मकर संक्रांति के दौरान होटलों के किराए में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है। सामान्यतः जो कमरे 6,000 रुपए से 13,000 रुपए प्रतिदिन में उपलब्ध हैं, वे पर्व के दौरान 30,000 रुपए से 45,000 रुपए तक हो जाते हैं। गेस्ट हाउस और छोटे होटलों में भी कीमतें सामान्य दिनों की तुलना में तीन से चार गुना बढ़ जाती हैं।
धर्मशालाएं और गेस्ट हाउस: किफायती विकल्प
महाकुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु धर्मशालाओं और गेस्ट हाउस में रुकना पसंद करते हैं। शहर में कुल 204 धर्मशालाएं और गेस्ट हाउस हैं, जिनमें से 114 रजिस्टर्ड हैं। इनकी कीमतें सामान्य दिनों में 500 रुपए से 1,500 रुपए तक होती हैं, लेकिन स्नान पर्व के दौरान ₹8,000 से 10,000 रुपए तक बढ़ सकती हैं।
प्रमुख धर्मशालाएं
- हनुमान मंदिर धर्मशाला
- स्थान: संगम के पास
- सुविधाएं: साधारण कमरे, स्वच्छ बाथरूम
- किराया: 500 रुपए से 2,000 रुपए तक
- जैन धर्मशाला
- स्थान: कटरा
- सुविधाएं: शुद्ध शाकाहारी भोजन, शांतिपूर्ण माहौल
- किराया: 1,000 रुपए से 3,000 रुपए तक
- अग्रवाल धर्मशाला
- स्थान: अलोपीबाग
- सुविधाएं: परिवारों के लिए उपयुक्त, पार्किंग सुविधा
- किराया: 800 रुपए से 2,500 रुपए तक
अन्य प्रमुख धर्मशालाएं:
- दयानंद आश्रम धर्मशाला
- महावीर धर्मशाला
- काशी धर्मशाला
- चमेली बाई धर्मशाला
पेइंग गेस्ट हाउस: आधुनिक सुविधाओं के साथ घर जैसा माहौल
महाकुंभ 2025 के लिए प्रशासन ने 200 पेइंग गेस्ट हाउस रजिस्टर्ड किए हैं। इन पेइंग गेस्ट हाउस में घर जैसा माहौल और आधुनिक सुविधाएं मिलती हैं। महाकुंभ के लिए पेइंग गेस्ट व्यवस्था एक अहम पहल है। पेइंग गेस्ट घरों में रहने वालों को वाई-फाई, आधुनिक सुविधाएं और आरामदायक वातावरण मिलेगा। मकानों की सूची मेला प्रशासन की वेबसाइट और एप पर उपलब्ध होगी।
पेइंग गेस्ट की खास बातें
- मॉडर्न सुविधाएं: वाई-फाई, मॉड्यूलर किचन, एसी कमरे
- किफायती किराया: 3,000 रुपए से 5,000 रुपए प्रति दिन
- रजिस्टर्ड पेइंग गेस्ट की सूचना: महाकुंभ मेला प्रशासन और जिला प्रशासन की वेबसाइट और एप पर उपलब्ध
टेंट कॉलोनियां: आधुनिकता और परंपरा का संगम
महाकुंभ में श्रद्धालुओं को ठहराने के लिए प्रशासन ने तीन बड़ी टेंट कॉलोनियां बनाने की योजना बनाई है। इन टेंट्स में आधुनिक सुविधाएं होंगी, जो इसे एक अनोखा अनुभव बनाएंगे। लगभग 3,000 से अधिक शिविर बनाए गए हैं। इन शिविरों में दो लोगों के लिए कोजी बेडरूम, मॉडर्न टॉयलेट, ड्रॉइंग रूम और संगमरमर की फर्श जैसी सुविधाएं होंगी।
टेंट कॉलोनियों की विशेषताएं
- कोजी बेडरूम, संगमरमर की फर्श
- मॉडर्न टॉयलेट, वुडन फर्नीचर
- किराया: 5,000 रुपए से 15,000 रुपए प्रति दिन
- लोकेशन: संगम के पास तीन प्रमुख स्थान
प्रशासन का आग्रह: किफायती दरें रखें
सरकार और पर्यटन विभाग ने होटल और गेस्ट हाउस संचालकों से अपील की है कि वे श्रद्धालुओं के लिए सेवा भाव से काम करें। महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजन में ज्यादा किराया वसूलना अनुचित होगा। प्रयागराज प्रशासन ने होटलों, गेस्ट हाउस और धर्मशाला संचालकों से अनुरोध किया है कि वे किराए को किफायती रखें।
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने मीडिया को बताया कि अधिक किराया वसूलने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, सरकारी वेबसाइट पर सभी पंजीकृत ठहरने के स्थानों की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि श्रद्धालु सही जानकारी प्राप्त कर सकें।
प्रयागराज में कुंभ मेले में आने वाले लोगों के लिए बेहतरीन होटलों की गाइड
प्रयागराज में हर बार कुंभ मेला एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव का केंद्र बनता है, और इस आयोजन में भाग लेने वाले लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ठहरने के लिए बेहतरीन सुविधाओं की जरूरत होती है। प्रयागराज के होटल, धर्मशालाएं, पेइंग गेस्ट और लॉज सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को विभिन्न बजट और आवश्यकताओं के अनुसार विकल्प प्रदान करते हैं। प्रयागराज के कुछ प्रमुख होटलों और उनकी सुविधाओं के बारे में यहां जानकारी दी गई है।
1. होटल कान्हा श्याम
- सिविल लाइंस, प्रयागराज का यह यह 4-स्टार होटल शहर के सबसे प्रतिष्ठित होटलों में से एक है। रेलवे स्टेशन से केवल 1 किमी की दूरी और महाकुंभ स्थल से निकटता इसे एक आदर्श विकल्प बनाती है। यह प्रतिष्ठित होटल अपने शानदार कमरों, अच्छी सेवा और केंद्रीय स्थान के लिए जाना जाता है। एक रात ठहरने का खर्च: 6,000- 7,000 से लेकर 45,000 रुपये तक हैं।
2. मिलेनियम इन
- जॉर्ज टाउन स्थित यह होटल भारतीय और चीनी व्यंजन परोसने वाला होटल है। यह आनंद भवन और खुसरो बाग के पास स्थित है, जो इसे पर्यटकों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है।
3. होटल हर्ष आनंद
- रेलवे स्टेशन से केवल 15 मिनट और त्रिवेणी संगम से 9 किमी की दूरी पर स्थित यह होटल बजट यात्रियों के लिए एक अच्छा विकल्प है। यह एक हेरिटेज शैली का बुटीक होटल है जो ऐतिहासिक वास्तुकला और आधुनिक आराम का मिश्रण प्रदान करता है।
4. होटल मिलन पैलेस
- रेलवे स्टेशन से 2 किमी और त्रिवेणी संगम से 9 किमी दूर, यह होटल बड़े बजट वाले और मीडियम बजट वाले यात्रियों के लिए उपयुक्त है। किराया 4,000 से लेकर 25,000 रुपये तक है।
5. होटल मंदिरम
- प्रयागराज रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर स्थित यह होटल कम कीमत में हर तरह की सुविधाएं देने के लिए जाना जाता है। इलाहाबाद रेलवे स्टेशन से सिर्फ 5 मिनट की दूरी पर यह होटल स्थित है जो 16वीं सदी में बने प्रसिद्ध इलाहाबाद किले से केवल 4 किमी की दूरी पर है और त्रिवेणी संगम से केवल 6 किमी की दूरी पर स्थित है।
6. होटल क्राउन प्लाजा
- सिविल लाइंस स्थित यह होटल बजट यात्रियों के लिए एक सही जगह है। होटल क्राउन प्लाजा प्रयागराज का एक किफायती होटल है। इलाहाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन से केवल 5 मिनट की दूरी पर स्थित है।
7. होटल क्राउन पैलेस
- प्रयागराज के स्टेनली रोड स्थित यह होटल मीडिल क्लास के लोगों के बजट यात्रियों के लिए एक सही विकल्प है।
8. होटल ग्रैंड कॉन्टिनेंटल
- सिविल लाइंस स्थित यह एक 3-सितारा होटल पैसे वाले संपन्न लोगों के लिए काफी सुविधाएं उपलब्ध कराता है।
9. होटल प्लासिड
- जॉर्ज टाउन में स्थित यह एक मध्यम श्रेणी का होटल है। यह होटल भारतीय व्यंजनों पर ध्यान केंद्रित करते हुए भोजन विकल्प भी प्रदान करता है।
10. होटल इलाहाबाद रीजेंसी
- सिविल लाइंस में स्थित यह होटल उन पर्यटकों के लिए एकदम सही है, जो विरासत के आकर्षण के साथ आधुनिक सेवाओं का आनंद लेना चाहते हैं।
11. होटल रविशा कॉन्टिनेंटल
- प्रयागराज के सिविल लाइंस में यह एक आधुनिक, 3-सितारा होटल है जो स्टाइलिश कमरे, बैंक्वेट हॉल और बढ़िया भोजन विकल्प प्रदान करता है। यह त्रिवेणी संगम और आनंद भवन जैसे प्रमुख पर्यटक स्थलों के पास स्थित है।
12. होटल लीजेंड
- यह होटल प्रयागराज के टैगोर टाउन स्थित आनंद भवन और स्वराज भवन जैसे ऐतिहासिक स्थलों के पास है।
13. होटल यूआर
- रेलवे स्टेशन के पास स्थित यह होटल में कम किराए पर कमरे मिल सकते हैं।
महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज तैयार है। ठहरने की व्यवस्थाओं से लेकर प्रशासनिक योजनाओं तक, सबकुछ भव्य और सुव्यवस्थित हो रहा है। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि भारत की संस्कृति, परंपरा और सेवा भावना का भी उत्कृष्ट उदाहरण है।