गायों के लिए अलग कैबिनेट बनाने वाले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गोमूत्र और गोबर से देश की अर्थव्यवस्था सुधारी जा सकती है। ये बातें उन्होंने भोपाल में पशु चिकित्सक एसोसिएशन के महिला विंग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कही।

भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में शिवराज सिंह चौहान के द्वारा दिए इस बयान का वीडियो समाचार एजेंसी एएनआई ने ट्वीट किया। वीडियो में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि गाय और बैल के बिना काम नहीं चल सकता है। सरकार ने अभयारण्य और गौशालाएं बनाईं हैं लेकिन जब तक समाज नहीं जुड़ेगा, तब तक सरकारी गौशालाओं से काम नहीं चलेगा। 

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि हम मध्यप्रदेश में अलख जगाने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि गाय से, गोबर से और गोमूत्र से हम चाहें तो खुद की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर सकते हैं और देश को आर्थिक रूप से सक्षम बना सकते हैं। वो हमको स्थापित करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं इस क्षेत्र में आ गई हैं तो मुझे लगता है कि हमारी सफलता सुनिश्चित है।

इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि गोबर से, गोमूत्र से खाद भी, कीटनाशक भी और दवाइयां भी बन रहीं हैं। हमलोग कोशिश कर रहे हैं कि मध्य प्रदेश के श्मशान घाटों पर लकड़ी नहीं जले। गोबर से जो बनाई जाती है उसका उपयोग किया जाए। इससे गौशालाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं। गोबर से दूसरी और चीजों बनाने की दिशा में भी हम काम कर रहे हैं।  

बता दें कि पिछले साल मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने राज्य में गौ संरक्षण के लिए गौ कैबिनेट बनाया था। इसमें छह विभागों के मंत्री को भी शामिल किया गया था। इस कैबिनेट के अध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ही हैं। हालांकि मध्यप्रदेश की राजनीति में गाय पिछले काफी सालों से चर्चा में है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी वादा किया था कि उनकी सरकार आने पर राज्यभर में 1000 गौशालाओं का निर्माण किया जाएगा।