उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर मध्यप्रदेश विधानसभा में शुक्रवार दोपहर दो बजे होने वाले शक्ति परीक्षण से पहले ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री के पद से अपना इस्तीफा प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को सौंप दिया है। इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया गया है।
इस घटनाक्रम के बाद बीजेपी के नेताओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई और जश्न मनाया। न्यूज एजेंसी एएनआई ने फोटो जारी की है जिसपर ट्विटर यूजर्स ने कोरोना को लेकर बीजेपी नेताओं के मजे लिए हैं। एक यूजर ने लिखा है कि सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखिए। वहीं, @iAkankshaKhare नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया है कि एक आधा case positive आ गया ना MP में तो वही यमराज नजर आ जायेंगे। @Jainritesh_rj ने ट्वीट करते हुए लिखा है कमलनाथ सरकार तो आज भाड़ में चली गई पर आप लोग भीड़ भाड़ में ना जाएं और कोरोना से बचें।
बता दें कि पूर्व सीएम ने कमलनाथ ने लिखा, ‘‘मैंने अपने 40 वर्ष के सार्वजनिक जीवन में हमेशा से शुचिता की राजनीति की है और प्रजातांत्रिक मूल्यों को सदैव तरजीह दी है। मध्य प्रदेश में पिछले दो हफ्ते में जो कुछ भी हुआ, वह प्रजातांत्रिक मूल्यों के अवमूल्यन का एक नया अध्याय है। उन्होंने इसमें आगे लिखा, ‘‘मैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद से अपना त्यागपत्र दे रहा हूं। साथ ही नए बनने वाले मुख्यमंत्री को मेरी शुभकामनाएं। मध्यप्रदेश के विकास में उन्हें मेरा सहयोग सदैव रहेगा।’’
उच्चतम न्यायालय द्वारा मध्य प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष एन पी प्रजापति को शक्ति परीक्षण के लिये शुक्रवार को सदन का विशेष सत्र बुलाये जाने और यह प्रक्रिया शाम पांच बजे तक पूरी करने के निर्देश दिये जाने के बाद कमलनाथ ने सदन में शक्ति परीक्षण से बचने के लिए यह इस्तीफा दिया है।शक्ति परीक्षण के लिए मध्यप्रदेश विधानसभा का विशेष सत्र शुक्रवार दोपहर दो बजे बुलाया गया था, लेकिन कमलनाथ ने इससे करीब 40 मिनट पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
राज्यपाल को इस्तीफा देने के लिए जाने से पहले कमलनाथ ने यहां मुख्यमंत्री निवास पर दोपहर 12 बजे प्रेस कांफ्रेंस की और भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने मेरी सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ग्वालियर राजघराने के वंशज ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं उनके द्वारा प्रोत्साहित 22 बागी कांग्रेस विधायकों के साथ षड्यंत्र किया।