मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे शैलेश यादव को बुधवार को लखनऊ में मॉल एवेन्यू स्थित उनके पिता के सरकारी बंगले में रहस्यमय हालात में मृत पाया गया। सूत्रों की मानें तो शैलेश यादव की मौत जहर के कारण हुई है। इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
शैलेश को मध्य प्रदेश के करोड़ों रुपए के व्यापमं घोटाले में हाल में आरोपी के रूप में नामजद किया गया था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे शैलेश (50) अपने कमरे में मृत पाए गए। पहली नजर में ऐसा लगता है कि उनकी मौत दिमाग की नस फटने या दिल का दौरा पड़ने से हुई है। लेकिन बंगले के स्टाफ और घरेलू सहायकों ने दावा किया है कि शैलेश की मौत मंगलवार रात को ही हो गई थी। हालांकि गौतम पाली पुलिस थाने के प्रभारी एसके कटियार ने कहा कि शैलेश के परिजनों ने बुधवार दोपहर दो बजे के लगभग हमें मौत की सूचना दी। शैलेश की मौत के समय बंगले में उनकी पत्नी, उनके छोटे बेटे और दो भाई की पत्नियां मौजूद थीं।
परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि शैलेश डायबिटीक थे और उनकी मौत ब्रेन हैमरेज की वजह से हुई है। लेकिन परिजनों ने यह नहीं बताया कि शैलेश की मौत कब हुई। परिजनों का कहना था कि सुबह छह बजे जब वे सोकर नहीं उठे तो उन्हें इसकी जानकारी हुई।
बंगले के एक घरेलू सहयोगी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि शैलेश की तबीयत मंगलवार रात को ही बिगड़ गई थी। एक डाक्टर को बुलाया गया था जिसने शैलेश को मृत घोषित कर दिया। बुधवार को पुलिस और मीडिया को बंगले के अंदर प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई थी। परिजनों ने दावा किया कि घर के अंदर सिर्फ महिलाएं थीं और वे शैलेश के भाई के लौटने का इंतजार कर रही थीं। घटना के वक्त शैलेश के भाई कमलेश और अजय मध्य प्रदेश में अपने पिता रामनरेश यादव के पास मौजूद थे।
बंगले के सहायक अमित पांडेय ने कहा-भैया डायबिटीक थे। कुछ दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। मंगलवार रात हालत बिगड़ने के बाद उनकी मौत हो गई। हम नहीं जानते कि असल में उन्हें क्या हुआ था। लेकिन जो डाक्टर जांच के लिए आए उन्होंने भैया को मृत घोषित कर दिया।
शैलेश के बड़े भाई की पत्नी चंपा यादव ने कहा, ‘वे डायबिटीक थे। मंगलवार रात खाना खाने के बाद वे सो गए। हमें उनकी मौत के बारे में सुबह छह बजे पता चला। ब्रेन हैमरेज के कारण उनकी मौत हुई’। डाक्टर को बुलाने के सवाल पर चंपा यादव ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
शैलेश पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे होने के नाते उनके पिता रामनरेश यादव को आबंटित मॉल एवेन्यू स्थित बंगले में रहते थे। उनका नाम मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले में आया था। शैलेश पर तृतीय ग्रेड के शिक्षक पदों पर नियुक्ति के लिए दस अभ्यर्थियों से धन लेने का आरोप था। इसकी आंच उनके पिता रामनरेश यादव तक भी पहुंची थी। 2011 में मध्य प्रदेश के राज्यपाल बनाए गए रामनरेश यादव का नाम भी व्यापमं घोटाला मामले में शामिल किया गया था।
उन्होंने इसके खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। उन्हें चार दिन पहले भोपाल के एक अस्पताल में श्वसन संबंधी समस्या के कारण भर्ती कराया गया था।
यादव परिवार के सदस्य व कांगे्रस नेता सत्यदेव त्रिपाठी ने बताया कि शैलेश अपना नाम व्यापमं घोटाले में आने के कारण तनाव में थे। त्रिपाठी ने यादव के आवास से लौटने के बाद कहा कि उनका नाम व्यापमं घोटाले में सामने आने के कारण वे तनाव में थे। जहां तक हमें लगता है, यह उनकी मौत के पीछे कारण हो सकता है। शैलेश को व्यापमं घोटाले में 24 फरवरी को एक आरोपी के रूप में नामजद किया गया था।
इससे पहले घोटाले के एक आरोपी ने आरोप लगाया था कि उम्मीदवारों की मदद करने के लिए शैलेश ने धन लिया था। व्यापमं घोटाले की जांच कर रहे विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को दिए बयान में वीरपाल यादव ने आरोप लगाया था कि उसने दस अभ्यर्थियों की एक सूची और तीन लाख रुपए अपने मित्र विजयपाल को सौंपे थे। उसने धन और नाम कथित रूप से भोपाल के राजभवन में शैलेश को सौंप दिया।
कांगे्रस नेता रीता बहुगुणा जोशी ने लखनऊ में पत्रकारों से कहा-हमें बताया गया कि वे अत्यधिक तनाव और रक्तचाप से पीड़ित थे। उनका मधुमेह का स्तर भी बहुत अधिक था। इसकी वजह से उन्हें रात में मस्तिष्क में रक्तस्राव हुआ। मस्तिष्क में रक्तस्राव के बाद चिकित्सकों को बुलाया गया लेकिन डाक्टर जब तक उनका उपचार करते, उनका निधन हो गया।
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शैलेश की मौत पर शोक जताया है। सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि अखिलेश शोक व्यक्त करने के लिए रामनरेश यादव के आवास पर भी गए।