लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी पार्टियों की तरफ से तैयारी तेज कर दी गई है। इंडिया गठबंधन में कुछ फूट की खबर जरूर है, लेकिन उसके साथ-साथ सीट शेयरिंग को लेकर मंथन भी शुरू हो गया है। इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने बड़ा बयान दे दिया है। उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया है इस बार समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में 65 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है।

अखिलेश का संकेत, कांग्रेस को बेचैनी?

असल में सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चंद ने मीडिया से बात करते हुए बोला कि सपा यूपी में सबसे बड़ी पार्टी है। पिछले विधानसभा चुनाव में 35 फीसदी वोट मिला था। ऐसे में समाजवादी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में 65 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बाकी बची 15 सीटें दूसरी सहयोगी पार्टियों के लिए छोड़ी जाएंगी। अब बड़ी बात ये है कि सपा प्रवक्ता द्वारा ये बयान तब दिया गया जब उनसे सीट शेयरिंग का फॉर्मूला पूछा गया। उनकी तरफ से दो टूक कहा गया कि सपा ही सबसे ज्यादा सीटों पर लड़ने वाली है।

बड़ी बात ये है कि सपा प्रवक्ता ने यो बयान दिया है, वो अखिलेश यादव के कहने पर ही बोला गया। असल में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सपा द्वारा मीटिंग की गई थी, उसी में अखिलेश यादव ने कहा कि वे प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करें। इनमें से 65 सीटें समाजवादी पार्टी जीतनी चाहिए। सपा प्रवक्ता ने मीटिंग को लेकर ये भी कहा कि वे उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव की तैयारी करें क्योंकि प्रदेश में सपा की मदद के बगैर कोई भी गठबंधन सफल नहीं हो सकता। पार्टी का लक्ष्य राज्य की सभी सीटों पर भाजपा को पराजित करना है।

एमपी से विवाद का क्या कनेक्शन?

यहां ये समझना जरूरी है कि यूपी में कांग्रेस के अलावा रालोद, जेडीयू, आरजेडी जैसी पार्टियों को भी कुछ सीटों पर टिकट देना पड़ेगा। इसी वजह से कांग्रेस के लिए मुश्किलें शुरू हो सकती हैं। जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले ही मध्य प्रदेश में दोनों कांग्रेस और सपा आमने-सामने थीं। सपा को उम्मीद थी कि कांग्रेस द्वारा कुछ सीटें जरूर पार्टी के लिए छोड़ी जाएंगी, लेकिन कांग्रेस ने एक भी सीट देना ठीक नहीं समझा और उसी के बाद से तल्खी का दौर शुरू हो गया।