लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने ब्राह्मणों को सर्वश्रेष्ठ बताया। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों को जन्म से ही समाज में उच्च स्थान मिल जाता है। इसकी वजह उनका समर्पण, त्याग और दूसरे समुदायों को मार्गदर्शन करना है। बता दें कि ओम बिरला रविवार (8 सितंबर) को राजस्थान के कोटा में आयोजित अखिल ब्राह्मण महासभा की मीटिंग में मौजूद थे, जहां उन्होंने यह बात कही। उनके इस बयान की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है।
मीटिंग में यह बोले ओम बिरला: लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा, ‘‘ब्राह्मण समाज हमेशा सम्पूर्ण समाज को मार्गदर्शन देते हुए काम करता है। आज वर्तमान समय के अंदर भी, एक गांव एक धाणी में एक ब्राह्मण परिवार भी रहता है, तो वह ब्राह्मण परिवार अपने समर्पण और सेवा के कारण, उसका हमेशा उच्च स्थान होता है। और इसलिए इस समाज में पैदा होने के साथ ही, आपका सम्मान, सम्पूर्ण समाज में उच्च रूप से होता है।’’
ट्विटर-फेसबुक पर भी किया पोस्ट: बता दें कि ब्राह्मण महासभा में दिए इस भाषण को ओम बिरला ने ट्वीट किया है। साथ ही, फेसबुक पर भी पोस्ट किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘‘समाज में ब्राह्मणों का हमेशा से उच्च स्थान रहा है। यह स्थान उनकी त्याग, तपस्या का परिणाम है। यही वजह है कि ब्राह्मण समाज हमेशा से मार्गदर्शक की भूमिका में रहा है।’’
ट्विटर पर हुई आलोचना: जानकारी के मुताबिक, ट्विटर पर काफी लोगों ने ओम बिरला के इस बयान की आलोचना की है। यूजर्स ने लिखा कि बतौर लोकसभा अध्यक्ष उन्हें अपनी पोजीशन का सम्मान करना चाहिए, जिसे उच्च स्थान प्राप्त है।
बिरला के खिलाफ शिकायत की तैयारी: पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (PUCL) की राजस्थान अध्यक्ष कविता श्रीवास्तव ने ओम बिरला के बयान पर विरोध जताया। साथ ही, कहा कि उन्हें अपने शब्द वापस लेने चाहिए। कविता के मुताबिक, एक समुदाय का वर्चस्व स्थापित करना या एक समुदाय को अन्य समुदायों से सर्वश्रेष्ठ बताना संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है। यह दूसरी जातियों को नीचा दिखाने व जातिवाद को बढ़ावा देने का तरीका है। कविता ने कहा कि पीयूसीएल इस मामले में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से बिरला की शिकायत करेगा।