Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में सीट शेयरिंग की डील फाइनल होने के बाद बीजेपी ने दोनों विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा है। गुजरात भाजपा प्रमुख सी आर पाटिल ने शनिवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन लंगड़े और अंधे लोगों के बीच साझेदारी की तरह है।

गुजरात भाजपा प्रमुख सी आर पाटिल ने कहा कि गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से केवल दो पर चुनाव लड़ने का आप का फैसला अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी द्वारा चुनाव से पहले ही हार स्वीकार करने जैसा है। पाटिल ने यह भी संकेत दिया कि भाजपा फैसल और मुमताज पटेल का स्वागत करेगी। बता दें, दिवंगत कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल के बच्चे (फैसल और मुमताज) दोनों भरूच लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाह रहे थे, लेकिन वो कांग्रेस के सीट बंटवारे से नाखुश हैं। क्योंकि आगामी चुनाव में AAP भरूच से चुनाव लड़ेगी।

इस बीच, कांग्रेस ने गुजरात बीजेपी चीफ पाटिल के हमले को “दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद” बताते हुए खारिज कर दिया। एक कहानी का जिक्र करते हुए पाटिल ने मीडियाकर्मियों से कहा, “लंगड़े ने आग से बचने और साथ में भीख मांगकर पैसे कमाने का रास्ता दिखाया। बाद में अंधे व्यक्ति को लगा कि उसके कंधे पर बैठे लंगड़े व्यक्ति का वजन बढ़ रहा है और उसे ठगा हुआ महसूस हुआ। ऐसी ही स्थिति गुजरात में देखने को मिलेगी जहां एक अंधा और एक लंगड़ा व्यक्ति चुनाव जीतने के लिए एक साथ आए हैं।

पाटिल ने कहा कि निर्वाचित कांग्रेस प्रतिनिधियों को भी जीत की कोई संभावना नहीं दिख रही है। ऐसे गठबंधन से कोई नतीजा नहीं निकलने वाला है। उन्होंने कहा कि आप विधायक चैतर वसावा को भरूच लोकसभा सीट पर केवल 13 प्रतिशत वोट मिले थे और भाजपा को 51 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस को 26 प्रतिशत वोट मिले थे।

उन्होंने कहा कि भावनगर और भरूच में हमारा मजबूत आधार है और हम गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटें (प्रत्येक सीट पर) पांच लाख वोटों के अंतर से जीतेंगे। फैसल पटेल द्वारा AAP को भरूच सीट दिए जाने पर नाराजगी जताने की चर्चा पर पाटिल ने कहा कि कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दिल टूट गया है और वे अन्य पार्टियों में भी जा सकते हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या फैसल और मुमताज को भाजपा में जगह मिलेगी, पाटिल ने कहा, ‘कांग्रेस नेता और उनके कार्यकर्ता अपने अस्तित्व को लेकर चिंतित हैं। वे जानते थे कि यदि वे गठबंधन में शामिल हुए तो उनका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। दोनों पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता नाखुश हैं और वे अपना आधार खो देंगे. भाजपा ने हमेशा उन नेताओं को स्वीकार किया है और शामिल किया है जो अपनी पार्टी छोड़कर जनता के लिए काम करने के लिए हमारे साथ आए हैं।’

बाद में दिन में, कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा, “सत्ता पाने के अपने अहंकार में, गुजरात भाजपा प्रमुख सीआर पाटिल ने भारत गठबंधन को संदर्भित करने के लिए लंगड़ा, बहरा और अंधा जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। यह शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों का अपमान है… भाजपा सरकार लगातार दिव्यांग व्यक्तियों को दबाने और उनके अधिकारों को छीनने की कोशिश कर रही है। उनके शब्दों ने शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों की भावनाओं को आहत किया है।’