Sukanta Majumdar Profile: चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकतंत्र के सबसे बड़े महोत्सव की तारीखों की घोषणा कर दी है। पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो गया। बंगाल में भी सात चरणों में वोटिंग होगी। बीजेपी ने एक बार फिर से सुकांत मजूमदार को बालुरघाट से मैदान में उतारा है। आइए जानते हैं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का कैसा रहा राजनीतिक करियर।
सुकांत मजूमदार एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। दिसंबर 1979 में जन्मे सुकांत पश्चिम बंगाल के बालूरघाट निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद हैं। उनके पिता सुशांत कुमार मजूमदार एक सरकारी कर्मचारी थे और उनकी मां निबेदिता मजूमदार एक टीचर थी। सुकांत मजूमदार को उनके गुरु देबी दास चौधरी (भारतीय जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष) के मार्गदर्शन में एक संघ कार्यकर्ता के रूप में तैयार किया गया था।
सुकांत मजूमदार की शिक्षा और करियर
सुकांत मजूमदार के पास उत्तरी बंगाल विश्वविद्यालय से वनस्पति विज्ञान में एम.एससी, बी.एड और पीएचडी की डिग्री है। वह पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में गौर बंगा विश्वविद्यालय में वनस्पति विज्ञान के प्रोफेसर भी हैं। लोकसभा वेबसाइट पर उनके प्रोफाइल के अनुसार, मजूमदार ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 15 से ज्यादा पेपर प्रकाशित किए हैं। वह 2019 से इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी पर स्थायी समिति और याचिका समिति के सदस्य हैं।
सुकांत मजूमदार का राजनीतिक उदय
2019 के लोकसभा चुनाव में सुकांत मजूमदार ने बालुरघाट सीट से चुनाव में जीत हासिल की थी। टीएमसी की अर्पिता घोष को सुकांत ने 33,293 वोटों से मात दी थी। सुकांत मजूमदार को 5,39,317 और अर्पिता घोष को 5,06,024 वोट मिले थे। वह 2018 के भारतीय आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में लोकसभा के लिए चुने गए। 20 सितंबर 2021 को सुकांत मजूमदार को दिलीप घोष की जगह पर पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया था। आरएसएस के वह सक्रिय कार्यकर्ता भी रह चुके हैं।
