लोकसभा चुनाव 2024 में अब कम ही समय रह गया है। इस चुनाव में कांग्रेस और तमाम विपक्षी दल बीजेपी को घेरने के लिए कास्ट सर्वे की डिमांड को अपने इलेक्शन एजेंडा में डालने का बात क्लियर कर चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ भी इंडिया गठबंधन के इस अस्त्र को ध्वस्त करने के लिए रणनीति बना रही है। विपक्ष के ओबीसी कार्ड को ध्वस्त करने के लिए बीजेपी यूपी के सभी 75 जिलों में पिछड़े वर्ग की विभिन्न जातियों तक पहुंचने की प्लानिंग कर रही है।

बीजेपी के एक नेता ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि यूपी के हर जिले में ओबीसी वर्ग में ऐसी जातियां हैं, जिनके वोटरों की संख्या २० हजार से ज्यादा हैं। बीजेपी ने इन जातियों के कम से कम 250 नेताओं या कार्यकर्ताओं और पांच सोशल वर्कर्स से कनेक्ट करने का प्लान बनाया है, ताकी इन समुदायों के बीच सामाजिक सम्मेलन करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि इस समय 79 रजिस्टर्ड ओबीसी जातियां हैं और हम व्यक्तिगत रूप से उनमें से ज्यादातर तक पहुंचने की योजना बना रहे हैं। अगर हम विधानसभा के हिसाब से आंकड़ों पर गौर करें तो किसी भी जिले में लगभग 10-20 प्रचलित जातियां हैं।

बीजेपी की योजनाओं की जानकारी रखने वाले एक नेता ने बताया कि पार्टी का प्लान फरवरी से ओबीसी सम्मेलन शुरू करने का है। पार्टी का उद्देश्य हर जिले में १० से २० सम्मेलन आयोजित करना है।इन कार्यक्रमों के जरिए बीजेपी उम्मीद कर रही है कि वो ओबीसी समुदाय की समस्याओं और चितांओं का पता लगाएगी और उन्हें सरकार की वेलफेयर स्कीम के बारे में जानकारी देगी।

बीजेपी ओबीसी मोर्चा के यूपी अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यह प्लान सभी 403 विधानसभाओं में लागू किया जाएगा। हम इन सम्मेलनों को सामाजिक सम्मेलन नाम दे सकते हैं। हम माइक्रो लेवल पर प्लानिंग की है और हम हर जिले में जिले में ज्यादा से ज्यादा सम्मेलन करने का प्लान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगर किसी जिले में पांच विधानसभा सीटें हैं तो वहां हर जिले में हर प्रमुख ओबीसी जाति का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसके बाद जिले लेवल पर बड़ा ओबीसी सम्मलेन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे जुड़ा डेटा जुटाया जा रहा है और जल्द ही तारीखें भी फाइनल की जाएंगी।

बड़ी ओबीसी हस्तियों की जयंती मनाएगी बीजेपी

बीजेपी नेताओं की मानें तो पार्टी आने वाले दिनों में ओबीसी समुदाय से जुड़े महापुरुषों की जयंति भी मनाएगी। इससे पहले बीजेपी की सेंट्रल लीडरशिप यूपी सहित कई राज्यों की स्टेट यूनिट्स के साथ कास्ट सर्वे से जुड़े विषय पर गहन चिंतन कर चुकी है। इन मीटिंग्स में योगी आदित्यनाथ के अलावा यूपी से केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक जैसे नेताओं ने शिरकत की थी।इसके अलावा यूपी बीजेपी चीफ भूपेंद्र चौधरी, संगम लाल गुप्ता और केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति भी बैठकों में शामिल थी।

आपको बता दें कि यूपी में 80 लोकसभा सीटें हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी राज्य की 62 लोकसभा सीटें जीतने में सफल रही थी। केंद्र की सत्ता में पहुंचने के लिए बीजेपी को यूपी में अपना प्रदर्शन फिर से दोहराना होगा, इसके लिए उसे ओबीसी वोटरों का वही साथ चाहिए जो उसे पिछलले दो लोकसभा चुनाव में मिला है। राज्य में हुए आखिरी चुनाव- घोसी विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी को करारी हार झेलने को मिली थी। इस चुनाव में सपा से बीजेपी में आए धारा सिंह चौहान को सपा के सुधाकर सिंह ने मात दे दी थी। धारा सिंह ओबीसी फेस थे जबकि सुधाकर सिंह सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे।