Lok Sabha Election 2019: आम चुनाव से ऐन पहले राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह की मुसीबतें बढ़ गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए उनके हाल के बयान पर राष्ट्रपति ने कहा है कि केंद्र सरकार को सिंह के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। दरअसल, राज्यपाल ने एक रैली में कहा था, “नरेंद्र मोदी को फिर से पीएम बनना चाहिए।” विपक्षी दल इसी मसले को लेकर चुनाव आयोग (ईसी) पहुंचे। जांच के बाद ईसी ने कहा कि सिंह ने अपने संवैधानिक पद के नियमों का उल्लंघन किया है।

कोविंद ने गृह मंत्रालय को इस मामले की फाइल बढ़ाई है और कहा है कि उनके खिलाफ ‘जरूरी एक्शन’ लिया जाए। आजाद में यह पहली बार है, जब किसी राज्यपाल को चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन और खुले आम पीएम का प्रचार करते पाया गया।

राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया है कि राज्यपाल जैसे पद पर बैठे लोगों को इन सब चीजों से दूर रहना चाहिए।इसी बीच, कांग्रेस ने राष्ट्रपति से मिलने के लिए वक्त मांगा है। कहा जा रहा है कि मुख्य विपक्षी दल कोविंद से सिंह की शिकायत करेगा, जिसमें उन्होंने अपने पद और दफ्तर का गलत इस्तेमाल किया।

राष्ट्रपति के हालिया कदम से पहले ईसी ने उन्हें चिट्ठी लिखी थी। कहा था कि राज्यपाल ने चुनावी आचार संहिता का उलंल्घन किया है। संवैधानिक पद पर आसीन किसी व्यक्ति से जुड़ा यह बेहद गंभीर और दुर्लभ मामला है।

ऐसे में सवाल है कि राज्यपाल को हटाया जाएगा या नहीं? सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में इस बाबत कहा गया कि खुद पीएम ही इस पर फैसला लेंगे कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान उन्हें हटाया जाए या फिर छोड़ दिया जाए।

क्या कहा था कल्याण सिंह ने?: राज्यपाल जिस बयान को लेकर विवादों में हैं, उसमें उन्होंने कहा था, ‘हम बीजेपी कार्यकर्ता हैं और हम चाहते हैं कि बीजेपी जीते। हम चाहते हैं कि एक बार फिर से नरेंद्र मोदी 23 मई को प्रधानमंत्री बनें।’