Lok Sabha Chunav 2024 Results: लोकसभा चुनाव 2024 में देश की संसद में 24 मुस्लिम नवनिर्वाचित सांसद जीतकर आए हैं। 24 में से 21 विपक्षी दलों के हैं। इसमें कांग्रेस के 9 मुस्लिम सांसद हैं। इसके बाद टीएमसी के 5 समाजवादी पार्टी के चार, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के दो और नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक सांसद हैं।

AIMIM में एक मुस्लिम सांसद असदुद्दीन ओवैसी लंबे वक्त से लोकसभा सांसद में मौजूद हैं। इसके अलावा दो मुस्लिम सांसद भी हैं जो स्वतंत्र रूप से जीते हैं। इसके अलावा बारामुल्ला से इंजीनियर राशिद, और लद्दाख से मोहम्मद हनीफा सत्तारूढ़ एनडीए के पास एक भी मुस्लिम सांसद नहीं है।

1980 में चुन कर आए थे 49 मुस्लिम सांसद

अब लोकसभा की कुल संख्या में मुसलमानों की हिस्सेदारी केवल 4.42% है। अब तक की दूसरी सबसे कम हिस्सेदारी है। 1980 में रिकॉर्ड 49 मुस्लिम सांसद चुने जाने के बाद और 1984 में 45 मुस्लिम सांसद (सदन का 8.3%) चुने जाने के बाद लोकसभा में मुसलमानों की संख्या 40 से ऊपर नहीं गई है।

पिछले तीन लोकसभा चुनावों में मुस्लिम सांसदों का अनुपात 5% से नीचे चला गया है, जबकि 2011 की जनगणना के अनुसार कुल आबादी में मुसलमानों की हिस्सेदारी 14% है। प्रमुख दलों में 2019 और 2014 के लोकसभा चुनावों की तुलना में इस साल कम मुसलमान चुनाव मैदान में थे। इनकी संख्या 11 प्रमुख दलों ने कुल 82 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं, जिनमें से 16 जीते हैं। 2019 में इन दलों ने 115 उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से 16 विजेता बने थे।

2019 में 19 मुस्लिम सांसदों की हुई थी एंट्री

2019 और 2024 में बीजेपी ने इन 65 निर्वाचन क्षेत्रों में क्रमशः 25 और 20 सीटें जीतीं थीं। कांग्रेस ने 2019 में 12 और 2024 में 13 सीटें जीतीं, उसके बाद टीएमसी ने 10 और 12 और सपा ने 3 और 8 सीटें जीतीं। 2019 में इन 65 निर्वाचन क्षेत्रों में से सिर्फ़ 19 ने मुस्लिम सांसद चुने थे। इस साल यह आंकड़ा 22 है।

दो मुस्लिम सांसद ऐसे निर्वाचन क्षेत्रों से चुने जाएँगे जहाँ मुसलमानों की आबादी एक चौथाई से भी कम हैं। वे उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से सपा के अफ़ज़ाल अंसारी (10.17% मुस्लिम आबादी) और तमिलनाडु के रामनाथपुरम से आईयूएमएल के नवसकानी के (11.84% मुस्लिम आबादी) हैं 2019 में एक चौथाई से भी कम मुस्लिम आबादी वाले निर्वाचन क्षेत्रों से सात मुस्लिम सांसद चुने गए थे।