Lok Sabha Chunav 2024: पिछले हफ्ते कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली (Arvinder Singh Lovely) ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए कांग्रेस पार्टी की नीतियों की आलोचना की थी। आज लवली ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। इस दौरान लवली ने पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की खूब तारीफ की।
अरविंदर सिंह लवली के साथ ही शीला दीक्षित सरकार में कैंबिनेट मंत्री रहे राजकुमार चौहान ने भी बीजेपी की सदस्यता ले ली है। लवली ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे अपने इस्तीफे में लिखा था कि वह और दिल्ली कांग्रेस यूनिट आप के साथ गठबंधन के खिलाफ थी।
इतना ही नहीं, लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग से ठीक पहले अपने इस्तीफे में लवली ने कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार और उदित राज दोनों को लेकर अपनी नाराजगी भी जताई थी, जिसके चलते दिल्ली में कांग्रेस की हालत बेहद ही खराब दिख रही है।
2024 में दर्जनभर दिग्गज नेता छोड़ चुके हैं कांग्रेस
चुनाव वर्ष में लगातार कांग्रेस को झटके-पर-झटके लग रहे हैं और पार्टी के नेता या तो बीजेपी में जा रहे हैं, या फिर एनडीए गठबंधन में शामिल हो जा रहे हैं, जो कि पार्टी के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है। 2024 में ही कांग्रेस के करीब दर्जन भर दिग्गज नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। इनमें से कई तो ऐसे हैं जिन्होंने टिकट मिलने के बावजूद पार्टी छोड़ दी।
अशोक चव्हाण: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने 2023 में ही कांग्रेस छोड़ बीजेपी जॉइन की थी, उन्हें बीजेपी ने राज्यसभा भेज दिया है। अशोक चव्हाण कांग्रेस पार्टी के काम करने के तरीके पर सवाल उठाए थे।
नवीन जिंदल: पूर्व सांसद और मशहूर उद्योगपति अशोक जिंदल हाल ही में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में गए थे और उन्हें बीजेपी ने कुरुक्षेत्र सीट से अपना प्रत्याशी भी बनाया है। नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से ही कांग्रेस के टिकट पर सांसद रह चुके हैं।
रवनीत सिंह बिट्टू: पंजाब की लुधियाना लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी जॉइन कर ली थी। बीजेपी ने उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 के लिए लुधियाना से रवनीत सिंह बिट्टू को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है। रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब में सियासी तौर पर एक बड़ा नाम माने जाते हैं।
गौरव वल्लभ : कांग्रेस के प्रवक्ता रह चुके गौरव वल्लभ ने भी हाल ही में कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। गौरव झारखंड और राजस्थान की अलग-अलग विधानसभा सीटों से कांग्रेस के लिए चुनाव भी लड़ चुके थे। गौरव वल्लभ ने दो पन्नों का पत्र लिखकर राम मंदिर में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा पर पार्टी के स्टैंड और देश के वेल्थ क्रिएटर्स को लगातार निशाना बनाए जाने पर नाराजगी का जिक्र किया था।
सुरेश पचौरी: मध्य प्रदेश की सियासत का बड़ा नाम माने जाने वाले कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी ने मार्च 2024 में बीजेपी की सदस्यता ले ली थी। सुरेश पचौरी चार बार कांग्रेस की टिकट पर राज्यसभा के लिए चुने गए और केंद्र की यूपीए सरकार में मंत्री भी रह चुके थे।
अर्जुन मोढवाडिया: अयोध्या में राम मंदिर में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा पर कांग्रेस के विरोधी रुख पर गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पोरबंदर से विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने साल 2024 के मार्च महीने में कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी की सदस्यता ले ली थी। अर्जुन 40 साल तक कांग्रेस के लिए काम कर चुके थे।
रोहन गुप्ता: कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के प्रमुख रह चुके रोहन गुप्ता ने हाल ही में कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस ने रोहन गुप्ता को लोकसभा का टिकट भी दिया था, लेकिन फिर भी उनकी नाराजगी पार्टी से इतनी ज्यादा थी कि उन्होंने पार्टी का टिकट ठुकराकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी जॉइन कर ली थी।
मिलिंद देवड़ा: मनमोहन सिंह सरकार में केंद्र में मंत्री रह चुके मिलिंद देवड़ा ने जनवरी 2024 में कांग्रेस का हाथ छोड़कर शिवसेना का दामन थाम लिया था। शिवसेना ने उन्हें बाद में राज्यसभा भेज दिया था। मिलिंद देवड़ा भी उन कांग्रेसी नेताओं में शामिल थे जो पार्टी की कार्यशैली से नाराज थे। एक वक्त था जब मिलिंद देवड़ा जैसे नेता राहुल गांधी की यंग टीम के सदस्य माने जाते थे।
अजय कपूर: यूपी की पॉलिटिक्स के अहम नेता और AICC सदस्य पूर्व विधायक अजय कपूर ने भी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देकर बीजेपी जॉइन कर ली थी। अजय कपूर कांग्रेस के लगातार तीन बार विधायक रहे हैं।
विजेंद्र सिंह: मुक्केबाजी में भारत के पहले ओलंपिक पदक विजेता बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने भी हाल ही में कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी की सदस्यता ले ली थी। वह दक्षिणी दिल्ली से पिछला लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़े थे, लेकिन हार गए थे। कांग्रेस इस बार उन्हें मथुरा सीट से लड़ाने की तैयारी कर रही थी।
बाबा सिद्दीकी: महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके दिग्गज नेता बाबा सिद्दीकी ने फरवरी 2024 में कांग्रेस छोड़कर अजीत पवार गुट की एनसीपी में शामिल हो गए थे। अजीत पवार फिलहाल एनडीए में शामिल हैं।
इसके अलावा आचार्य प्रमोद कृष्णम, विभाकर शास्त्री, बाब सिद्दकी, राजेश मिश्रा, संजय निरूपम, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अनिल एंटनी, प्रियंका चतुर्वेदी, टॉम वडक्कन, परनीत कौर, अमरिंदर सिंह, संजय सिंह, जितिन प्रसाद, आरपीएन सिंह जैसे नेता भी पिछले कुछ सालों में पार्टी छोड़ चुके हैं। खास बात यह रही कि ज्यादातर नेता बीजेपी और उसके सहयोगी दलों में ही गए हैं।