जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सेना के वाहन पर हुए हमले में 5 जवानों के शहीद होने के बाद अब आतंकियों को खोज निकालने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। कठुआ के माचेडी इलाके में यह तलाशी अभियान चल रहा है। उधमपुर में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। यह हमला ग्रेनेड से किया गया था।
आसपास के इलाकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। शुरुआती जांच में कहा गया है कि सेना के वाहन पर हमला पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा किया गया था जिन्हें लोकल लोगों तरह इनपुट मिलने के संकेत भी सामने आ रहे हैं। आतंकियों के पास US मेड M-4 कार्बाइन भी मौजूद थी।
राजनाथ सिंह ने जताया दुख, कहा-देश सैनिकों के साथ मजबूती से खड़ा है
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैनिकों की शहादत पर दुख जताया है और कहा है,”मैं जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले में हमारे पांच बहादुर भारतीय सेना के जवानों की शहादत से बहुत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं, इस कठिन समय में राष्ट्र उनके साथ मजबूती से खड़ा है। आतंकवाद विरोधी अभियान जारी हैं, और हमारे सैनिक क्षेत्र में शांति और व्यवस्था कायम करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। मैं इस नृशंस आतंकवादी हमले में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा, “कायर पाकिस्तानी आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर में कायरतापूर्ण हमला किया है। उन्होंने कठुआ के माचेडी इलाके में रात के समय सेना के वाहन को निशाना बनाया।”
स्थानीय लोग क्या कहते हैं?
सूत्रों ने बताया कि बदनोटा गांव बेहतर सड़क नहीं है जिससे वाहन 10-15 किलोमीटर प्रति घंटे सेतेज गति से नहीं चल सकते। आतंकवादियों को इसका फायदा मिला है। सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया, “2-3 आतंकवादी और 1-2 स्थानीय गाइड पहाड़ियों के ऊपर पोजिशन ले चुके थे।
आतंकवादियों ने पहले सेना के वाहनों पर ग्रेनेड फेंके और फिर उन पर गोलीबारी की। पिछले आतंकी हमलों की तरह ड्राइवर पहला निशाना था।” शुरुआती जांच में पाया गया है कि आतंकी पहले से हमले की पूरी योजना बना चुके थे। एक स्थानीय गाइड ने उनकी मदद भी की थी।