राज्यसभा के बाद लोकसभा में ललित गेट और व्यापमं मामले में लगातार बीजेपी सरकार का विरोध कर रही कांग्रेस सरकार को आज संसदीय बैठक के दौरान सुषमा स्वराज ने तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष के भारी हंगामे के बीच भी आज अपनी बात रखी।
उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाते कहा, मैंने छिपकर कोई अपराध नहीं किया। अपराध तो राजीव गांधी की सरकार ने किया, जिसने छुप-छुपकर एंडरसन और क्वात्रोकी को देश से भगाया और इस वारदात का जिक्रा भी खुद कांग्रेस नेता अर्जुन सिंह ने किया था।
उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, एकांत में बैठकर राहुल गांधी अपने परिवार का इतिहास पढें। वे अकेले में क्वात्रोकी से लेकर शहरयार तक के सारे कारनामे पढें और पूछे मम्मा, क्वात्रोकी को भगाने के लिए हमने उनसे कितना पैसा लिया था। वो 15 हजार लोगों के हत्यारे को भगाने की वजह अपनी मां से पूछें।
इतना ही नहीं सुषमा ने ये भी कहा कि विदेश मंत्री ने कहा, मैंने 38 साल से मर्यादा और संयम से राजनीति की है। 38 साल की मेरी राजनीति तपस्या के बराबर है। मेरे दामन पर एक दाग नहीं लगा। क्या आज इस पड़ाव पर मैं अपनी तपस्या भंग करूंगी? जब सुषमा स्वराज ने अपना भाषण समाप्त किया, तो बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने उनकी पीठ भी थपथपाई।
इससे पहले उन्होंने कहा, मैं पहले दिन से कोशिश में हूं कि इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर सकूं। विपक्ष के हंगामे पर उन्होंने कहा, वही हो रहा है जिसकी हमें शंका थी। मुझे भी बोलने का हक है। मैंने कोई गलत नहीं किया है। अगर एक भारतीय महिला जो 17 वर्षों से कैंसर से ग्रस्त है, किसी अपराध में शामिल नहीं है, उसकी मदद करना गुनाह है तो मैं गुनाह कबूल करती हूं।
सुषमा ने कहा, ललित मोदी को दस्तावेज देना मेरी विचारधारा में ही नहीं था। अगर ब्रिटिश सरकार ललित मोदी को वीजा दे देती है तो दोनों देशों के रिश्ते बेहतर होंगे, मेरा ध्यान केवल इस पर था। मेरे पति ललित मोदी के पासपोर्ट केस में वकील नहीं थे। इस केस में 11 वकील थे।
मेरी बेटी नौंवे नंबर की सूची में थी। उसने एक रुपया भी एक केस में नहीं लिया। वह अपने सीनियर के साथ केस में पेश हुई थी। जहां तक मेरे गलती करने का सवाल किया जा रहा है तो पी. चिदंबरम के वित्त मंत्री होते हुए उनकी पत्नी नलिनी चिदंबरम को इंकम टैक्स की तरफ से वकील नियुक्त गया, यह गलती होती है।