पनामा पेपर की तर्ज पर लीक हुए पैराडाइज पेपर में मोदी सरकार के मंत्री, बीजेपी और गैर बीजेपी दलों के सांसदों, बॉलीवुड हस्तियों समेत कुल 714 भारतीयों के नाम शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा, बिहार से बीजेपी के सांसद आर के सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद वीरप्पा मोईली, पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम, बॉलीवुड स्टार और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन, संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त के भी नाम इस दस्तावेज में हैं। इस डेटा में कुल 180 देशों के नाम हैं। इनमें से भारत का स्थान 19वां है। यहां के कुल 714 लोगों का नाम इस डेटा लिस्ट में है।

अमेरिका स्थित इंटरनेशनल कंसोर्शियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आईसीआईजे) द्वारा जारी किए गए पैराडाइज दस्तावेज से यह खुलासा हुआ है। इसी संगठन ने पिछले साल पनामा दस्तावेजों का खुलासा किया था जिसने दुनियाभर की राजनीति में तूफान पैदा किया था। इंडियन एक्सप्रेस आईसीआईजे का सदस्य है और उसने भारत से जुड़े हुए सभी दस्तावेजों की पड़ताल की है।

Paradise Papers Updates:

2.30PM: कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा से इस्तीफे की मांग की और कहा कि उनकी पार्टी हर तरह की जांच का स्वागत करती है।

2.05PM: केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने दी सफाई। जब मैं राजनीति में नहीं था, तब मैंने अपने लिए नहीं कंपनी के लिए यह काम किया था। इसकी जानकारी मैंने सार्वजनिक की थी।

1.30 PM: अभिनेता संजय दत्त की पत्नी मान्यता (दिलनशीं संजय दत्त) का नाम भी पैराडाइज पेपर्स में है। मान्यता संजय दत्त से शादी करने से पहले प्रकाश झा की फिल्म गंगाजल (2003) के एक ऑयटम सॉन्ग से चर्चा में आई थीं। वो संजय दत्त प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड के बोर्ड की सदस्य हैं। अपने पति की कंपनी के अलावा भी मान्यता कई अन्य कंपनियों के बोर्ड में हैं जिनमें द (Diqssh) एनर्जी, स्पार्कमैटिक्स एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड, दिक्सश रियलिटी प्राइवेट लिमिटेड, ब्रिक बाई ब्रिक रियल्यटर्स प्राइवेट लिमिटेड, डूटो कमॉडिटीज प्राइवेट लिमिटेड, दीक्षस इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, सेवंटी एमएम मूवीज प्राइवेट लिमिटेड और ट्रांसपरेंसी एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड इत्यादि शामिल हैं। (पूरी खबर)

1.00 PM: पैराडाइज पेपर्स  में नाम आने पर बिहार से बीजेपी के राज्य सभा सांसद रविन्द्र किशोर सिन्हा ने लिखकर प्रतिक्रिया दी है कि उनका मौन व्रत है। समाचार एजेंसी एएनआई के संवाददाता ने जब उनसे इस पर प्रतिक्रिया जाननी चाही तो सिन्हा ने इशारों में ही संवाददाता से कलम मांगी और कागज पर लिखा, “7 दिन के भागवत यज्ञ में मौनव्रत है।” (पूरी खबर)

12.30 PM:  पैराडाइज पेपर में मोदी सरकार के मंत्री, बीजेपी और गैर बीजेपी दलों के सांसदों, बॉलीवुड हस्तियों समेत कुल 714 भारतीयों के नाम शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा, बिहार से बीजेपी के सांसद आर के सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद वीरप्पा मोईली, पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम, बॉलीवुड स्टार और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन, संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त के भी नाम इस दस्तावेज में हैं। (पूरी खबर)

12.15PM: पनामा पेपर की तर्ज पर लीक हुए पैराडाइज पेपर में बिहार से बीजेपी के राज्यसभा सांसद रविन्द्र किशोर सिन्हा का भी नाम है। सिन्हा साल 2014 में बिहार से राज्यसभा सांसद चुने गए हैं। वो संसद के ऊपरी सदन में सबसे अमीर सांसदों में एक हैं। सिन्हा एक पूर्व पत्रकार हैं, जिन्होंने सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज (एसआईएस) नाम से प्राइवेट सिक्योरिटी सर्विस फर्म की स्थापना की है (पूरी खबर)

12.00PM- फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) के 2000-02 में प्रसारित पहले संस्करण के बाद बरमूडा की एक डिजिटल मीडिया कंपनी के शेयरधारक बने थे।  साल 2004 में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के लिबरलाइज्ड रिमिटेंस स्कीम शुरू करने से पहले तक सभी भारतीयों को विदेश में किए गए निवेश की जानकारी आरबीआई को देनी होती थी। ये साफ नहीं है कि अमिताभ बच्चन ने ये जानकारी आरबीआई को दी थी या नहीं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें..

क्या है पैराडाइज पेपर्स?- जर्मन अखबार Süddeutsche Zeitung को बरमूडा की कंपनी ऐपलबी, सिंगापुर की कंपनी एसियासिटी ट्रस्ट और कर चोरों के स्वर्ग समझे जाने वाले 19 देशों में कराई गई कार्पोरेट रजिस्ट्रियों से जुड़े करीब एक करोड़ 34 लाख दस्तावेज मिले। जर्मन अखबार ने ये दस्तावेज इंटरनेशनल कॉन्सार्शियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट (आईसीआईजे) के साथ साझा किया।

पैराडाइज पेपर के दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि अमेरिका के वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबियों से जुड़ी कंपनी के साथ कारोबारी संबंध हैं जबकि ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने विदेशों में टैक्स से बचाव करने वाले स्थानों पर निवेश किया हुआ है। इसमें यह भी खुलासा किया गया है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडू के लिए कोष जुटाने वाले और वरिष्ठ सलाहकार स्टीफन ब्रॉन्फमैन ने पूर्व सीनेटर लियो कोल्बर के साथ मिलकर विदेशों में कर पनाहगाहों में करीब 6 करोड़ डॉलर का निवेश कर रखा है।