बटला हाउस एनकाउंटर मामले में जब आरिज खान को दोषी करार दिया गया तो एक बार फिर इसपर सियासी नोकझोंक होने लगी। टीवी पर लाइव डिबेट के दौरान जब ऐंकर ने कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह से इसपर सवाल पूछा गया तो वह नाराज हो गए। उन्होंने ऐंकर पर ही सवाल उठा दिए कि वह सरकार के मंत्रियों के साथ रुख नरम रखती हैं। ऐंकर ने कहा, आप सवालों से न भागिए।
अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा, ‘जब एनकाउंटर हुआ था तो दिल्ली में कांग्रेस की सरकार थी। जब वे लोग पकड़े गए थे तब कांग्रेस की सरकार थी। जब चार्जशीट लगी थी तब कांग्रेस की सरकार थी। जब दो लोगों को सजा हुई तो कांग्रेस की सरकार थी। ये सारे दुर्दांत आतंकवादियों को तत्कालीन गृह मंत्री चिदंबरम जी और दिल्ली की पुलिस ने किया। आप कांग्रेस के नेता पर वोट बैंक की राजनीति के लिए कैसे आरोप लगा सकते हैं? आप अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।’
इसके बाद ऐंकर अंजना ओम कश्यप ने कहा, क्या सलमान खुर्शीद झूठ बोल रहे थे? अखिलेश प्रताप सिंह ने दूसरी बात करने की कोशिश की तो ऐंकर ने कहा, सवालों से न भागिए। उन्होंने कहा, अखिलेश प्रताप सिंह, आपकी पुरानी आदत है कि जब सवाल आपके मन के हों तो वाह वाह करते हैं और पसंद न आएं तो भागते हैं। आपसे किसी भी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है कि क्या सवाल पूछने हैं और क्या नहीं पूछने हैं। आप मीडिया पर हमला बंद करिए।
अखिलेश प्रताप सिंह ने इसपर कहा, इतना बौखला क्यों रही हैं। कौन सवालों से भाग रहा है और कौन बौखला रहा है यह दर्शक तय कर लेंगे। मेरी भृकुटि नहीं तनी हुई हैं। मैं डिबेट को डिस्टर्ब नहीं करना चाहता। ऐंकर ने कहा, इनको मंत्री जी से बहस करनी थी लेकिन यहां सांसद बैठ गए हैं। सिंह ने आरोप लगाया कि अजेंडा चलाया जा रहा है।
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने जवाब देते हुए कहा, 26/11 हुआ तो किसकी सरकार थी। इशरत जहां को आतंकवादी आपकी सरकार के आईबी चीफ ने कहा। समझौता एक्सप्रेस विस्फोट पाकिस्तान ने कराया, यह भी आपने कहा और हिंदू आतंकवाद का नाम भी आपकी सरकार ने लगाया। इस बात पर अखिलेश प्रताप सिंह भड़क गए।