देश में पहली बार जम्मू-कश्मीर में लीथियम (Lithium) का भंडार पाया गया है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ (GSI) इंडिया ने इसकी पुष्टि की है। GSI के मुताबिक रियासी जिले के सलाल-हैमाना इलाके में करीब 59 लाख टन का लीथियम का भंडार मौजूद है। बता दें कि मोबाइल और लैपटॉप समेत इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) की चार्जेबल बैटरी बनाने में लीथियम का उपयोग किया जाता है। भारत में अभी तक लीथियल मौजूद नहीं था। इसे विदेश से आयात करना पड़ता था।
ऑस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना से होता था आयात
बता दें कि भारत में बैटरी बनाने के लिए लीथियम को ऑस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना से आयात किया जाता है। देश में लीथियम की रियासी में पहली साइट होगी। 62वीं केंद्रीय भूवैज्ञानिक प्रोग्रामिंग बोर्ड (CGPB) की बैठक के दौरान लिथियम और गोल्ड समेत 51 खनिज ब्लॉकों पर एक रिपोर्ट राज्य सरकारों को सौंपी गई। माइंस सेक्रेटरी विवेक भारद्वाज के मुताबिक देश में पहली बार जम्मू-कश्मीर के रियासी में लिथियम के भंडार की खोज की गई है। सोलर पैनल से लेकर मोबाइल बैटरी और ईवी समेत कई चीजों में इस खनिज की आवश्यकता होती है।
सोने का भी मिला भंडार
जीएसआई ने सरकार को जो रिपोर्ट सौंपी है इसमें 51 खनिज ब्लॉक की जानकारी दी गई है। इनमें से 5 ब्लॉक सोने से संबंधित हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ये ब्लॉक 11 राज्यों जम्मू और कश्मीर, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु और तेलंगाना में फैले हुए हैं। इनमें लीथियम और सोने के अलावा पोटाश, मोलिब्डेनम, बेस मेटल आदि शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में ये खनिज भंडार भी मौजूद
जीएसआई की रिपोर्ट में कहा गया कि जम्मू कश्मीर में लीथियम के अलावा मैगनासाइट, सैफायर, चूना पत्थर, जिपसम, मारबल, ग्रेनाइट, बॉक्साइट, कोयला, लिगनाइट, सलेट, क्वार्टजाइट, बोरैक्स, डोलोमाइट, चाइना क्ले और ग्रेफाइट भी मौजूद है।