दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री अतिशी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि उन्होंने आतिशी को अस्थायी मुख्यमंत्री घोषित किया और यह बेहद आपत्तिजनक है। बताना होगा कि दिल्ली में विधानसभा के चुनाव की तारीखों का जल्द ही ऐलान होने वाला है।
LG विनय कुमार सक्सेना ने कहा है, “आतिशी को अस्थाई मुख्यमंत्री कहने से मुझे काफी दुख हुआ है और यह सिर्फ उनका ही अपमान नहीं है बल्कि उन्हें नियुक्त करने वालीं भारत की राष्ट्रपति और उनके प्रतिनिधि के रूप में मेरा भी अपमान है।”
LG ने पत्र में लिखा है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में पहली बार मुख्यमंत्री पद पर बैठे किसी व्यक्ति को काम करते देखा है क्योंकि इससे पहले जब अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री थे तो उनके पास सरकार का एक भी विभाग नहीं था और ना ही वह फाइलों पर दस्तखत करते थे।
LG ने लिखा है कि आपने अनेक विभागों की जिम्मेदारी लेते हुए प्रशासन से जुड़े तमाम मुद्दों पर काम करने का प्रयास किया है। लेकिन कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मीडिया में आपको सार्वजनिक रूप से एक अस्थाई और काम चलाऊ मुख्यमंत्री घोषित किया। केजरीवाल ने अस्थायी मुख्यमंत्री की जो व्याख्या बताई है, उसका संविधान में कोई प्रावधान नहीं है और यह बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के मूल्यों की अवहेलना भी है।
इधर मौलवियों का प्रदर्शन, उधर पुजारी-ग्रंथियों के लिए योजना का ऐलान, केजरीवाल को आखिर किस बात का डर?
पत्र में लिखा गया है कि पिछले 10 सालों में दिल्ली में यमुना की बदतर हालत हो, पीने के पानी की भयंकर कमी हो, कचरे के पहाड़ों का मुद्दा हो, सड़कों-सीवर लाइन की दुर्दशा हो, स्वास्थ्य की खराब व्यवस्था हो या अन्य मुद्दे हों, किसी भी मुख्यमंत्री के लिए तीन-चार महीने में बहुत कुछ कर पाना कितना संभव है, यह सभी जानते हैं। LG ने लिखा है कि इन क्षेत्रों में अपनी विफलताओं को आपके नेता ने स्वीकार भी किया है लेकिन क्योंकि आप मुख्यमंत्री हैं इसलिए इन सभी विफलताओं की जिम्मेदारी आपकी ही मानी जाएगी।
सक्सेना ने अपने पत्र में हाल ही में दिल्ली के दो विभागों द्वारा अरविंद केजरीवाल के द्वारा जिन योजनाओं का ऐलान किया था, उनके बारे में अखबारों में दिए गए नोटिस का भी जिक्र किया है। याद दिलाना होगा कि अरविंद केजरीवाल ने संजीवनी योजना और मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना को लेकर बैकफुट पर हैं।
केजरीवाल ने इन दोनों ही योजनाओं का ऐलान किया था लेकिन दिल्ली सरकार के ही विभागों ने अखबारों में विज्ञापन जारी कर बताया कि इस तरह की कोई भी योजना सरकार की ओर से नोटिफाई नहीं की गई है और दिल्ली के लोग इस तरह की योजनाओं के झांसे में ना आएं। मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना के जरिये महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये दिए जाने जबकि संजीवनी योजना में दिल्ली के सभी अस्पतालों में 60 साल से ज्यादा उम्र के बजुर्गों को मुफ्त इलाज देने का वादा किया गया था।
LG ने पत्र में लिखा है कि वह मुख्यमंत्री आतिशी के सफल और उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।